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वाशिंग्टन/बीजिंग। चीन के जासूसी गुब्बारों को लेकर आये दिन खुलासे हो हीं रहे हैं। जहां अब अमेरिका ने दावा किया है इस गुब्बारे को चीन के हैनान द्वीप में स्थित एक मिलिट्री बेस से चीनी सेना ऑपरेट कर रही थी। इसमें दिशा बदलने वाले प्रोपेलर और आम गुब्बारों की अपेक्षा कहीं शक्तिशाली सोलर प्लेट लगे हुए थे। हालांकि, हैनान द्वीप पर चीनी सेना द्वारा इसे आॅपरेट करने की रिपोर्ट को अमेरिका पहले भी पब्लिक कर चुका है।
बता दे कि हैनान द्वीप को चीन के हवाई के रूप में भी जाना जाता है। यहां अमेरिका के हवाई की तरह चीन का प्रमुख सैन्य अड्डा स्थित है। यह द्वीप दक्षिण चीन सागर में काफी रणनीतिक जगह पर स्थित है। यहां चीन का सबसे बड़ा मुक्त-व्यापार बंदरगाह भी है। इसी द्वीप पर चीन बोआओ फोरम जैसे अंतरराष्ट्रीय बैठक की मेजबानी करता है, इसमें एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होते हैं। बोआओ फोरम को ही एशिया का दावोस भी कहा जाता है।
दरअसल,अमेरिकी ऐजेंसियों के हवाले से यह दावा किया गया है कि वे जनवरी के अंत में हैनान से उड़ान भरने के बाद से हीं इस चीनी गुब्बारे पर नजर रख रहे थे। इस बीच कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया गया था कि अलास्का के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से बहुत पहले ही अमेरिका ने गुब्बारे पर नजर रखना शुरू कर दिया था। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने हैनान पर कथित बैलून लॉन्च साइट का विस्तृत स्थान के बारे में जानकारी नहीं दी है। ऐसे में यह ज्ञात नहीं है कि बैलून को सैन्य प्रतिष्ठान से लॉन्च किया गया था या नहीं। लेकिन, दक्षिण चीन सागर के उत्तरी किनारे पर स्थित इस द्वीप का चीनी सेना की नजर में बड़ा सामरिक महत्व है।
चूंकि,हैनान का दक्षिणी किनारा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) नौसेना का एक प्रमुख बेस है। इसे यूलिन नेवल बेस के नाम से जाना जाता है। यह चीनी नौसेना के दक्षिण सागर बेड़े का हिस्सा है। यूलिन नेवल बेस न केवल पीएलए नौसेना को दक्षिण चीन सागर में विवादित जल तक पहुंचने की अनुमति देता है, बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र को भारत और मध्य पूर्व के साथ जोड़ने वाली महत्वपूर्ण समुद्री लेन पर भी नजर रखता है।
इसी बेस पर चीनी सेना ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल और हमलावर पनडुब्बियों को तैनात किया है। बता दे कि यूलिन नेवल बेस ने 2020 में तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब सैटेलाइट्स ने पीएलए नौसेना की पनडुब्बियों को द्वीप पर बने अंडरग्राउंड डॉकिंग फैसिलिटी की ओर जाने वाली सुरंग में प्रवेश करते हुए पकड़ा था। हैनान के पास पीएलए फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के अड्डे भी हैं। मालूम हो कि वर्ष 2021 में एक रिपोर्ट्स में यह खुलासा हुआ था कि चीन हैनान पर नए इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, कम्युनिकेशन और खुफिया जानकारी एकत्र करने की फैसिलिटी का निर्माण कर रहा है। हाल ही में सितंबर 2022 तक, उपग्रह की तस्वीरों ने दिखाया कि चीन हैनान पर अपने पनडुब्बी बेस का विस्तार कर रहा था। तब यूलिन नेवल बेस में चार मौजूदा पियरों में दो नए पियर जोड़ रहा था।