सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली। देश में पिछले कुछ सालों से फिल्म इंडस्ट्री “बॉलीवुड” को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि बॉलीवुड को देश के बाहर से इसलिए फंडिग होती है कि बॉलीवुड एंटी हिंदू और एंटी सवर्ण फिल्म बनाये। इतना ही नहीं इस पर भारतीय मीडिया में खूब डिबेट भी चलती रही है। यही कारण है कि इस कथित दावें को लेकर भारत का एक बड़ा तबका भी इससे प्रभावित हो रहा है। ऐसे में “सीक्रेट आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह ने इस गंभीर विषय पर अपनी पड़ताल शुरू किया।
दरअसल, इस कथित दावें पर जब “सीक्रेट आॅपरेशन” समूह ने अपनी पड़ताल शुरू किया तो इस दौरान कई विश्वस्त सूत्रों और अन्य रिपोर्ट्स के हवाले से गंभीर विश्लेषण किया जहां सीक्रेट आॅपरेशन मीडिया समूह इस नतीजे पर पहुंचा कि यह कथित दावा महज एक झूठा प्रोपेगैंडा है और इसे राजनीति लाभ के लिए हाईलाईट किया जा रहा है। क्योंकि,देश विरोधी फंडिग को लेकर केंद्रीय स्तर पर कई ऐजेंसियां लगातार सक्रिय रहती है, ऐसे में जब भी भारत के बाहर से देश के भीतर देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय या अन्य सहायता भेजी जाती है तो भारतीय ऐजेंसियां उसकी पूरी निगरानी करने के साथ-साथ ऐसे समूहों और व्यक्तियों के विरूद्ध तत्काल कानूनी कार्रवाई में जुट जाती है।
इतना ही नहीं ऐसी गतिविधियों को लेकर तमाम गोपनीय रिपोर्ट्स भी केंद्रीय गृह मंत्रालय के हवाले से समय-समय पर जारी होती रहती हैं। लेकिन बॉलीवुड के अवैध फंडिग को लेकर आज तक न तो ऐसी किसी कार्यवाही की रिपोर्ट कभी सामने आई और ना ही कोई गोपनीय रिपोर्ट कभी आऊट हुई। यहां तक कि ऐसी ऐजेंसियों से जुड़े किसी सूत्र ने इस मुद्दे पर कोई लीड दिया। ऐसे में अपने आप ही साफ हो जाता है कि बॉलीवुड को एंटी हिंदू फिल्म बनाने के नाम पर फंडिग होने की बात महज अफवाह और राजनीतिक लाभ के अलावा और कुछ भी नहीं है।
हालांकि,बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड की फंडिग से जुड़ी रिपोर्ट को खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि मुंबई पुलिस के अलावा केंद्रीय ऐजेंसियों ने भी अपनी कई कार्यवाही और रिपोर्ट्स में बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का बहुत ही गंभीरता से उल्लेख कर चुकी है। लेकिन अंडरवर्ल्ड की यह फंडिग महज बिजनेस लाभ के लिए हीं इस्तेमाल की गई है। चूंकि अभी तक एक भी रिपोर्ट में यह खुलासा नहीं हुआ है कि अंडरवर्ल्ड का यह पैसा बॉलीवुड में इस आशय से इस्तेमाल करने के लिए दिया जाता रहा है कि बॉलीवुड एंटी हिंदू फिल्म बनाये।
ऐसे में अब यह सवाल उठना स्वभाविक हो जाता है कि आखिर बॉलीवुड के खिलाफ इस तरह का दावा क्यों किया जा रहा है ? तो इसका बहुत ही आसान जवाब यह है कि ऐसे कथित दावें को महज राजनीतिक लाभ और बॉलीवुड के कुछ बड़े अभिनेताओं को बदनाम करने के लिए हीं हाईलाइट किया जा रहा है। क्योंकि जो लोग इस कथित झूठे दावें को समय-समय पर उठा रहे हैं तो ऐसे लोगों को चाहिए कि वें केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग करें।
कुल मिलाकर “सीक्रेट आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह अपनी पड़ताल में इस कथित दावें को पूरी तरह से खारिज करते हुए इस नतीजे पर पहुंचा है कि बिना किसी आधार के और बिना किसी जांच की मांग के इस मुद्दे को सिर्फ अफवाह के तौर पर हाई लाईट किया जा रहा है,और कुछ भी नहीं। ऐसे में “सीक्रेट आॅपरेशन” समूह पूरी जिम्मेदारी के साथ इसे महज झूठा प्रोपेगैंडा और राजनीतिक लाभ का माध्यम मानता है।
गौरतलब है कि देश में पिछले कुछ सालों से फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि बॉलीवुड को एंटी हिंदू और एंटी सवर्ण फिल्म बनाने के लिए अवैध रूप से विदेशी फंडिग हो रही है। इतना ही नहीं इसे तमाम भारतीय मीडिया समूहों में इसे खूब जोर शोर से उठाया भी जा रहा है। जिससे समाज का एक बड़ा वर्ग भी प्रभावित हो रहा है। हालांकि, ऐसे अफवाहों को बल इसलिए भी मिलता रहा है क्योंकि,मुंबई पुलिस और केंद्रीय ऐजेंसियों की कई कार्यवाहीयों में बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का बहुत ही गंभीरता से उल्लेख किया गया है। यही कारण है कि इसे आधार बनाकर कई समूहों ने इसे कथित तौर पर और भी ज्यादा हाई लाईट कर दिया।