
सांकेतिक तस्वीर।
कीव/लंदन। यूक्रेन के साथ जारी भीषण जंग के बीच अक्सर यह रिपोर्ट्स सामने आती रही है कि नाटों देशों के स्पेस में भी रूसी जेट उड़ान भरते रहे हैं। जहां उन्हें नाटों के लड़ाकूं विमानों द्वारा पीछे धकेलने के लिए मजबूर किया जाता रहा है। लेकिन जबसे पश्चिमी यूक्रेन के लीव में मौजूद नाटों के एक सैन्य ठिकाने पर रूस द्वारा मिसाइल अटैक के साथ ब्लैक सी में अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने की रिपोर्ट सामने आई है, उसके बाद से ही रूस का नाटों के साथ जंगी तनातनी अपने चरम पर है। जहां इस बीच संयुक्त नाटो मिशन में एस्टोनिया के करीब उड़ रहे दो रूसी विमानों को रोकने की कोशिशों की हैं।
बताया जा रहा है कि ब्लैक सी के ऊपर एक रूसी विमान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि बाल्टिक सागर में एस्टोनियाई हवाई यातायात नियंत्रण के साथ संवाद करने में विफल होने के बाद आरएएफ और जर्मन टाइफून जेट रूसी हवा से हवा में ईंधन भरने वाले विमान पर प्रतिक्रिया कर रहे थे,और जैसे ही यह नाटो हवाई क्षेत्र से संपर्क किया हो।
दावा है कि सेंट पीटर्सबर्ग और कलिनिनग्राद के बीच उड़ान भरते समय रूसी आईएल-78 मिडास विमान को रोक दिया गया था। जहां आरएएफ ने बुधवार को कहा कि नाटो जेट विमानों को बाद में एक रूसी रूसी एंटोनोव 148 सैन्य परिवहन विमान को रोकने के लिए पुनर्निर्देशित किया गया था, जो एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र के करीब से गुजर रहा था। बता दे कि यह दोनों देशों द्वारा किया गया पहला संयुक्त नाटो एयर पुलिसिंग स्क्रैम्बल था,और रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण और कीव के पश्चिमी सहयोगियों के लिए उनकी धमकियों के कारण इस क्षेत्र में बढ़े हुए तनाव के बीच आता है।
वहीं,रूस ने भी आज चेतावनी दी कि वह अमेरिकी हथियारों के साथ किसी भी कार्रवाई को खुले तौर पर शत्रुतापूर्ण मानेगा। बता दे कि रूस की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई जब डेनिश जांचकर्ताओं ने कहा कि उन्हें नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के नीचे संदिग्ध वस्तु मिली, जिसके कुछ हिस्सों को पिछले साल रहस्यमय तरीके से नष्ट कर दिया गया था। यहीं कारण था कि आरएएफ ने चार टायफून जेट्स को रवाना किया था। जो कि ये जेट्स एस्टोनिया के अमारी एयरबेस पर तैनात हैं। मालूम हो कि यह घटना उस समय हुई है जब अमेरिका की एयरफोर्स ने रूस पर एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को काला सागर के ऊपर गिराने की आरोप लगाया है।
