सांकेतिक तस्वीर।
बीजिंग/काठमांडू। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अक्सर दुनिया भर में कहीं न कहीं तमाम ऐसी रहस्य मय घटनाएं घटित हो रही है, जो कि चर्चा की विषय बनने से बच नहीं पा रही है। जहां इस बीच जासूसी सैटेलाइट्स को स्पेस में पहुंचाने वाला एक चीनी रॉकेट बीते शनिवार को नेपाल के एयरस्पेस में फट गया। बता दे कि ऐसी ही घटना पिछले हफ्ते USA के टेक्सास राज्य में भी हुई थी।
विशेषज्ञों के हवाले से यह बताया जा रहा है कि “चांग झेंग 2डी लॉन्ग मार्च” के नाम से यह चीनी सेटेलाईट पिछले साल 29 जुलाई को सेंट्रल चाइना के शिचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से छोड़ा गया था। जो कि ये अपने साथ तीन मिलिट्री सर्विलांस सैटेलाइट लेकर गया था। ये सैटेलाइट फिलहाल स्पेस में एक्टिव हैं। बता दे कि ऐसी सैटेलाइट दूसरे देशों की सेना की निगरानी करने के काम में आती हैं।
इसी कड़ी में आगे भी कहा गया कि ये रॉकेट 200 दिनों तक स्पेस में रहा था। इसके बाद ये शनिवार को वायुमंडल में वापस लौटा और नेपाल के एयरस्पेस में फट गया। इसके फटने से स्पेस में 4 टन कचरा पैदा हुआ। ये रॉकेट चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन Y-65 मिशन का हिस्सा था। यही नहीं आगे भी दावा किया गया कि चीन को पता था कि ये रॉकेट वायुमंडल में वापस आएगा और कहीं भी फट जाएगा। जो कि चीन का यह प्लान बहुत ही घटिया था। हालांकि, इस घटनाक्रम को लेकर अभी तक चीन और नेपाल से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि जबसे रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ा हुआ है उसके बाद से ही तमाम ऐसी रहस्य मय घटनाओं की रिपोर्ट सामने आती रही है। जो कि दुनिया भर की तमाम ऐजेंसियों के लिए ये घटनाएं आज भी अबूझ पहेली बनी हुई हैं। इससे पहले यूरोप तक जाने वाली गैस पाइपलाइन का समुद्र के भीतर उसे क्षतिग्रस्त करना जो कि आज तक दुनिया की कोई ऐजेंसी इसे हल नहीं कर सकीं। यहां तक कि अभी हाल ही में अमेरिका में अज्ञात केमिकल से लदी एक ट्रेन अचानक पलट गई फिर इलाकें में भीषण आग लग गई। इस घटना को कवरेज करने गए पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इतना ही नहीं घटना वाले इलाकें में एक अजीब बिमारी पैदा हो गई थी। जहां इसे दबाते हुए दुनिया के कई देशों में रूसी जासूसों को गिरफ्तार करने का अभियान चला। इस दौरान कई रूसी जासूस भी पकड़े गए। जहां इस घटनाक्रम का अभी तक खुलासा नहीं हो सका।