एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

आॅपरेशन “अमृतपाल” को अंजाम देने में पंजाब पुलिस के साथ केंद्रीय ऐजेंसियां भी आई सामने, देश के कई राज्यों में सक्रिय हुई भारतीय ऐजेंसियां – अमरनाथ यादव (डिप्टी एडिटर)


भारतीय जवान,फाईल फोटो।

चंडीगढ़/अमृतसर। पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी द्वारा आॅपरेटेड वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पुलिस पिछले चार दिन से तलाश रही है। जहां अब पंजाब पुलिस का कहना है कि अमृतपाल हुलिया बदलकर भाग गया है। पुलिस ने उसकी नई-पुरानी तस्वीरें भी जारी की हैं। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया भी गया है। इस बीच उसकी NRI पत्नी किरणदीप कौर और परिवार के बैंक खातों, मूवमेंट और संबंधों की भी जांच की जा रही है। जांच के लिए अमृतपाल के 500 करीबियों की लिस्ट भी तैयार की गई है। बता दे कि अभी तक 154 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

इसी कड़ी में पुलिस ने दावा किया है कि अमृतपाल अलग से एक सिख देश बनाना चाहता था। वहीं,अमृतपाल के पिता ने बेहद सनसनीखेज दावा किया है कि पुलिस उसे हिरासत में रखी है। वही,पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार को सरकार से पूछा कि जब अमृतपाल को देश के लिए खतरा बताया तो उसे अभी तक पकड़ा क्यों नहीं गया ? स्टेट के 80 हजार पुलिस वाले क्या कर रहे हैं थे ? उधर, पंजाब पुलिस के IG सुखचैन सिंह गिल ने बताया है कि अमृतपाल को भगाने में मदद करने वाले उसके चार साथियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस की नजर से बचने के लिए अमृतपाल ने अपना हुलिया भी बदल लिया है। इस बीच पुलिस को एक संदिग्ध ब्रेजा कार में से एक 315 बोर राइफल, तलवारें और वॉकी टॉकी मिला है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

वहीं,पकड़े गए आरोपियों के हवाले से पुलिस ने दावा किया है कि अमृतपाल सिंह नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में गया फिर उसने वहां अपना हुलिया बदला। और उसने पेंट-शर्ट पहना और अपनी किरपाण भी वहीं छोड़ गया। वह यहां से तीन अन्य लोगों की मदद के साथ मोटरसाइकिल पर आगे फरार हुआ है। इस दौरान खुफिया एजेंसियों की जांच में नया खुलासा हुआ है कि अमृतपाल को पाक खुफिया एजेंसी ISI ने जॉर्जिया में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी। वह पंजाब आने से पहले दुबई से जॉर्जिया गया था। उसकी आनंदपुर खालसा फोर्स (AKF) बनाने की तैयारी भी इसी ट्रेनिंग का हिस्सा थी। उसे पंजाब में गड़बड़ी कर देश का माहौल खराब करने की पूरी ट्रेनिंग जॉर्जिया में ही दी गई थी। बता दे कि उसके साथियों से बरामद हथियारों के अलावा उसके घर के मेन गेट पर भी AKF लिखा मिला। अमृतपाल के घर से कमांडो जैसी जैकेट्स भी मिलीं जिन पर AKF लिखा हुआ था।

उधर,सिख अलगाववादी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करते हुए दिल्ली के बवाना स्थित प्रगति तीन पावर प्लांट पर हमले की धमकी दी है। सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत पन्नू ने एक बयान जारी कर सिखों से असहयोग आंदोलन शुरू करने और दिल्ली को शटडाउन करने की अपील की है। मालूम हो कि इस मामले में अब तक कुल 116 लोग अरेस्ट हो चुके हैं। इतना ही नहीं इस मिशन में केंद्रीय ऐजेंसी एनआईए और पंजाब पुलिस ने मिलकर देश की 13 जेलों को आईडेंटिफाई किया है,जो पंजाब से सैकड़ों किलोमीटर दूर हैं। इनमें अधिकतर जेलें देश के दक्षिणी हिस्से में हैं। ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि पंजाब का माहौल तनावपूर्ण न हो और अमृतपाल सिंह के नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ा जा सके।

पंजाब पुलिस ने आगे भी दावा किया है कि अमृतपाल के ड्रग माफिया से संबंध थे। वह अलग सिख देश बनाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था। ड्रग माफिया उसे फंडिंग कर रहे थे। माफिया ने उसे मर्सिडीज भी तोहफे में दी थी। वहीं ISI उसे हथियार, गोला-बारूद और अन्य सुविधाएं मुहैया करवा रही थी। बताया जाता है कि अमृतपाल सिंह जिस SUV से भागा, वह ड्रग माफिया रावेल सिंह ने ही तोहफे में दी थी। वहीं,NIA की टीम हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग और ISI से लिंक की जांच कर रही है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर NIA को उनकी सूची सौंपी है। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। ए कैटेगरी के 142 लोग हैं जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे। बी कैटेगरी में 213 वो लोग हैं जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते हैं। NIA की आठ टीमें पंजाब पहुंच गई हैं और इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है। वहीं,गृह मंत्रालय भी आॅपरेशन “अमृतपाल” के देश में फैले नेटवर्क पर एक साथ धावा बोलने की तैयारी में है। उसके समर्थक 9 राज्यों में हैं। इसलिए इन राज्यों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। इतना ही नहीं ऐसे लोगों के मोबाइल लोकेशन भी ट्रेस की जा चुकी है।

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