एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

चीन-ताइवान के बीच जारी भीषण जंगी तनातनी के बीच, दुश्मन के ड्रिल को काउंटर करने के लिए समुद्र में डंटी कई अमेरिकी पनडुब्बियां और युद्धपोत, तनाव चरम पर – हेमंत सिंह (स्पेशल एडिटर)


अमेरिकी युद्धपोतों की फ्लीट,फाईल फोटो,साभार -(यूस नेवी के ट्वीटर से)

बीजिंग/वाशिंगटन। चीन के साथ जारी ताइवान के जंगी तनातनी के बीच अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की चीन संबंधी एक प्रवर समिति के अध्यक्ष माइक गॉलघर ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को ताइवान के सामने पैदा होते खतरे को गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि चीन ने अमेरिकी सांसदों से ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की मुलाकात के बाद उनके देश (ताइवान) के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। बता दे कि त्साई की अमेरिका यात्रा के विरोध में चीन ने ताइवान के आसपास तीन दिन की सैन्य अभ्यास की शुरुआत की है। चीन इस ड्रिल को ‘युद्ध की तैयारी’ करार दे रहा है।

दरअसल,पिछले सप्ताह कैलिफोर्निया में त्साई इंग-वेन के साथ हुई बैठक में हिस्सा लेने वाले वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता गॉलघर ने कहा कि उनकी योजना है कि वह प्रतिनिधि सभा की इस समिति के माध्यम से कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को ताइवान सरकार की रक्षा क्षमता को मजबूत करने के लिए उसे जल्द से जल्द सैन्य सहायता पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने आगे भी कहा, ‘मैं समझता हूं कि जो साफ नजर आ रहा है, उसके संदर्भ में यह पूरी तरह जायज है।’

उन्होंने आगे भी कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ताइवान को अपने देश में मिलाने की स्पष्ट मंशा है। गॉलघर ने कहा, ‘हमें अपनी प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए आकाश-पाताल एक कर देने की जरूरत है, ताकि जिनपिंग की समझ में आ जाए कि वह ऐसा कर ही नहीं सकते।’ चीन ने शनिवार को ताइवान के आसपास अपने जंगी जहाजों और दर्जनों लड़ाकू जेट विमानों से चार दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया।

मालूम हो कि हाल ही में चीन ने अमेरिकी सांसदों और ताइवान की राष्ट्रपति के बीच मुलाकात से नाराज होकर यह कदम उठाया है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने बुधवार को ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की मेजबानी की थी। इस बैठक में प्रतिनिधि सभा के दर्जनभर से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया था। जहां इस मुलाकात के बाद से हीं चीन चिढ़ा हुआ है और उसने ताइवान के पास अपनी भारी सैन्य तैनाती कर रखा है। इतना ही नहीं इस दौरान चीन की नौसेना 3 दिवसीय ड्रिल आॅपरेशन में भी जुटी हुई हैं। वहीं, अमेरिकी नौसेना के भी कई युध्दपोत ताइवान की मदद में आस-पास मौजूद है। इस बीच कई अमेरिकी पनडुब्बियां भी समुंदर की गहराई में मौजूद होकर चीन की सभी हरकतों पर लगातार निगाह रखे हुई है।

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