
सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद/स्टॉकहोम। पाकिस्तान में जारी तमाम खतरों के बीच स्वीडन की सरकार ने भी पाकिस्तान में अपना दूतावास बंद कर दिया है। बता दे कि स्वीडन ने देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया है। उसने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। दरअसल,पिछले कई महिनों से पाकिस्तान के कई इलाकों में आये दिन हो रहे लगातार आतंकी हमलों के अलावा स्वीडिश में ईश निंदा के चलते पाकिस्तान में स्वीडन दूतावास पर आतंकी हमलें का खतरा मंडरा रहा है। वहीं,इस फैसले पर अभी पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दे कि स्वीडन की तरफ से जारी आदेश में साफ कहा गया है कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद में सुरक्षा स्थिति को देखते हुए दूतावास को आंगुतकों के लिए बंद किया जाता है। आदेश में आगे भी बताया गया है कि दूतावास का प्रवासी विभाग इस समय किसी भी तरह के अनुरोध को पूरा करने में असक्षम है। साथ ही कोई भी डॉक्यूमेंट भी बाकी दूतावासों को नहीं भेजा जा सकता है। दरअसल,इसके पीछे प्रमुख कारण यह है कि हाल ही में कुरान जलाए जाने की घटना को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव हुआ था।
गौरतलब है कि साल 2019 में स्वीडन के विदेश मंत्री मार्गोट वॉलस्ट्रॉम ने पाकिस्तान का दौरा किया था। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान और बाकी अधिकारियों के साथ मुलाकात की थी। लेकिन इसके बावजूद भी पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बना रहा है। वहीं,इन कानूनों को स्वीडन में विवादास्पद के रूप में देखा गया है, जहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सबसे ऊपर रखा जाता है। इससे पहले भी साल 2012 में, एक स्वीडिश अखबार में पैगंबर मुहम्मद के कार्टून पर पाकिस्तान के साथ ही बाकी मुस्लिम देशों ने भी जमकर विरोध किया था।
