भारतीय जवान,फाईल फोटो,साभार-(BSF के ट्वीटर से)
इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान में जारी भीषण तनातनी के बीच पाक फौज के एक रिटायर आफिसर ने पाक आर्मी की काली करतूतों का खुलासा करते हुए बताया कि फौज भारत में ड्रग्स और नकली नोटों को पहुंचाने वालों को मदद कर रही है। साथ ही पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसी खालिस्तानी सशस्त्र समूहों की भी फंडिग कर रही हैं।
दरअसल,भारत के वांटेड आतंकवादी और खालिस्तान कमांडो फोर्स के मुखिया परमजीत सिंह पंजवार की पाकिस्तान में हत्या के कुछ घंटों बाद हीं पाकिस्तानी सेना के रिटायर्ड मेजर आदिल फारूक राजा ने अपने यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया,जिसमें उसने कहा कि लाहौर में पंजवार के साथ सिक्योरिटी थी, इसके बावजूद भी उसे दिन दहाड़े गोली मार दी गई।
रिटायर्ड मेजर आदिल फारूक राजा ने अपने इस वीडियो में यह भी दावा किया कि इस घटना को भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) ने अंजाम दिया है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने परमजीत सिंह पंजवार की गोली मार कर हत्या कर दी थी। बता दे कि रिटायर्ड मेजर आदिल फारूक राजा यही नहीं रूका उसने आगे भी कहा कि पाकिस्तान की सेना कई मामलों में फेल है। उन्होंने यह भी दावा करते हुए कहा कि रॉ लाहौर में अपने ऑपरेशन को अंजाम देने में लगातार सफल हो रहा है,लेकिन सेना उसे रोकने में असमर्थ दिख रही है। राजा ने लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम और जनरल असीम मुनीर पर भी निशाना साधते हुए उन्हें फेलियर कहा।
फारूक रजा ने आगे भी कहा कि सेना जिसकी सुरक्षा नहीं दे सकती थी, उसे शरण ही नहीं देनी चाहिए थी। अगर शरण दी थी तो उसकी सुरक्षा करनी चाहिए थी। जो व्यक्ति भारत में वॉन्टेड था उसे गंभीरता से लेना चाहिए था। सेना के लोग राजनीति में लगे हुए हैं। सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी मिले थे। रजा इस दौरान यह भी खुलासा किया कि पंजवार पाकिस्तान से भारत में ड्रग्स और नकली नोटों को पहुंचाने का भी काम करता था।
बता दे कि हाल के कुछ बीते सप्ताह में भारत के तमाम वांटेड पाकिस्तान की सरजमीं पर अज्ञात हमलावरों द्वारा लगातार मारे जा रहे हैं, जो कि पाक मीडिया में लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां इस दौरान पाक सेना के कई रिटायर अधिकारियों ने इन घटनाओं के पीछे इंडियन इंटेलीजेंस ऐजेंसियों का हाथ बताया है। इतना ही नहीं ये लोग इन घटनाओं का काउंटर करने का भी सुझाव देते हुए सामने आये हैं। हालांकि, इन घटनाओं को लेकर भारत की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ऐसे में भारत विरोधी तमाम पाकिस्तानी आतंकियों में यह दहशत है कि आने वाले वक्त में उन पर भी किसी खास मिशन के तहत भारतीय ऐजेंसियां हमला करवा सकती है।