अमेरिकी चाॅपर,एक ड्रिल के दौरान,साभार -(यूस नेवी से)
वाशिंग्टन/तेल अवीव। खाड़ी देशों में जारी भीषण जंगी तनातनी के बीच इजरायल,जॉर्डन और सऊदी अरब के लड़ाकूं विमानों ने अमेरिकी बॉम्बर के साथ युद्धाभ्यास किया है। इस उड़ान का मकसद ईरान को अमेरिका के सहयोगी देशों की ताकत दिखाना था। इस बीच अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि इस संयुक्त उड़ान में मध्य पूर्व के 5 देशों के लड़ाकूं विमान शामिल हुए। उन्होंने अमेरिकी बी-1बी बॉम्बर्स के साथ उड़ान भरी। ये बॉम्बर्स ब्रिटेन से उड़ान भरकर फारस की खाड़ी को पार कर स्पेन की ओर निकल गए। इस दौरान अमेरिकी बी-1बी बॉम्बर्स ने सऊदी अरब और जॉर्डन में ट्रेनिंग रेंज में बमबारी कर अपनी ताकत भी दिखाई।
इसी कड़ी में अमेरिकी अधिकारियों ने आगे भी बताया कि इस अभ्यास में हिस्सा लेने वाल दो मध्य पूर्व के देशों ने अपने नाम को सार्वजनिक नहीं करने का अनुरोध किया है। इन देशों ने अमेरिका के कहने पर अपने लड़ाकूं विमानों को बी-1बी बॉम्बर्स के साथ संयुक्त उड़ान के लिए भेजा था। इसके एक दिन पहले ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सऊदी अरब में खाड़ी सहयोग परिषद के देशों के विदेश मंत्रियों के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात का मकसद ईरान पर दबाव बनाना था, ताकि वह अमेरिकी हितों के खिलाफ कोई कार्रवाई न कर सके।