सांकेतिक तस्वीर।
मॉस्को। जबसे वैगनर चीफ़ येवगेनी प्रिगोजिन के प्लेन क्रैश में मारे जाने की रिपोर्ट सामने आई है,उसके बाद से हीं रूस सहित पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। इतना ही नहीं वैगनर फोर्स के आक्रोश के चलते क्रेमलिन लगातार अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। क्योंकि,रूसी ख़ुफ़िया एजेंसी एफएसबी की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया गया है कि वैगनर लड़ाके एवं प्रिगोजिन के समर्थक ग़ुस्से में मास्को एवं दूसरे शहरों पर अलग-अलग तरीक़े से हमला कर सकते हैं। दरअसल,प्रिगोजिन की मौत को लेकर दी जा रही अलग-अलग थ्योरी से वो भड़क रहे हैं। यहीं कारण है कि वैगनर समर्थकों की एक-एक गतिविधि पर क्रेमलिन की नज़र है।
यही कारण है कि वैगनर के लड़ाकों को संतुलित रहने के लिए क्रेमलिन वैगनर के करीबी लोगों से अपील करवा रहा है,जहाँ इसी कड़ी में चेचन्य प्रमुख रमज़ान कादिरोव हो या फिर तुला के गर्वनर अलेक्सी ड्यूमिन एवं रूस के विदेश मंत्री सरगे लावरोव इन सभी को क्रेमलिन ने प्रिगोजिन के मौत को लेकर अलग-अलग बयान जारी करने के लिए कहा गया है। विदेश मंत्री लावरोव ने पश्चिमी देशों की मीडिया द्वारा जारी प्रोपेगैंडा पर भरोसा नहीं करने की अपील की। तो वहीं कादिरोव ने प्रिगोजिन के साथ अपनी तस्वीर जारी करते हुए प्रिगोजिन के योगदान की प्रशंसा की। तुला के गवर्नर और वैगनर ग्रुप के करीबी माने जाने वाले अलेक्सी ड्यूमिन ने भी अपने बयान में प्रिगोजिन को सच्चा देशभक्त बताते हुए कहा कि प्रिगोजिन ग़द्दार नहीं था। बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने भी प्रिगोजिन के मौत पर दुख जताते हुए घटना में राष्ट्रपति पुतिन के हाथ होने की बात को सिरे से ख़ारिज किया है। क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्रि पेशकोव ने भी पत्रकारों से इस आरोप से जुड़े सवालों के जवाब दिए हैं।
दरअसल,बीते कई सालों में वैगनर ग्रुप के साथ काम कर रहे इंटेलिजेंस के लोगों, सुरक्षा अधिकारियों को अलग-अलग स्तर पर वैगनर से जुड़े लोगों के साथ बातचीत के लिए लगाया गया है। सरकार के जो लोग लगातार वैगनर को अलग-अलग तरह से मदद पहुंचाते हैं उन सबको वैगनर ग्रुप के साथ नियमित संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।
क्योंकि,प्लेन क्रैश की रिपोर्ट होने के महज़ कुछ घटों के भीतर ही बेलारूस में मौजूद वैगनर लड़ाके वापस रूस जाने की तैयारी में जुट गए थे। उन्होंने अपने कैंपों को भी हटाना शुरू कर दिया था। इस माहौल में वैगनर के हज़ारों लड़ाकों के रूस लौटने से हालात बिगड़ने की संभावना है। क्रेमलिन ने वैगनर लड़ाकों को अभी बैलारूस में ही रोके रखने का फ़ैसला किया। बेलारूस के राष्ट्रपति ने शुक्रवार शाम को ऐलान किया कि उनकी और प्रिगोजिन के बीच पहले ही यह तय हो चुका है कि वैगनर फाइटर्स को बेलारूस में ही रहना है।
वहीं,इस घटनाक्रम की जांच का ज़िम्मा हाइप्रोफाइल जांच अधिकारी इवान सिबुला के नेतृत्व में एक विशेष दल को दिया गया है। बता दे कि “इवान सिबुला” रूस में कई विमान दुर्घटनाओं की जांच कर चुके हैं। साल 2014 में फ़्रांसीसी तेल एवं गैस कंपनी TOTAL ENERGY के सीईओ के मास्को एयरपोर्ट पर प्राइवेट जेट क्रैश की जांच भी उन्होंने की थी। इसके अलावा 2019 में रूसी एयरलाइंस एयरोफ्लोट हादसे की जांच भी सिबुला ने की थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे।
हालांकि,रूस ने अपनी सभी सुरक्षा एजेंसियों को वैगनर लड़ाकों एवं प्रिगोजिन के कट्टर समर्थकों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए कहा है। प्रिगोजिन को लेकर हो रही श्रद्धांजलि सभाओं पर भी विशेष नज़र रखी जा रही है। वैगनर फाइटर्स के परिजनों से अपील की जा रही है। हर हाइवे, बार्डर प्वाइंट पर अलर्ट जारी है। मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग एवं सीमावर्ती शहरों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। कुल मिलाकर यह घटना पुतिन के लिए अब तक के उनके कार्यकाल का उनके सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। इतना ही नहीं क्रेमलिन को यह भी आशंका है, इस घटना का कही दुश्मन फायदा न उठा ले। यही सब कारण है कि रूस लगातार अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है।