ईरानी सैनिक,सांकेतिक तस्वीर।
तेहरान। ईरान की राजधानी तेहरान को कई घातक बमों से एक साथ कई जगहों पर भीषण विस्फोट के जरिए दहलाने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। ईरानी पुलिस फोर्स से अतिरिक्त सतर्कता दिखाते हुए तेहरान में एक साथ विस्फोट करने वाले 30 बमों को डिफ्यूज कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने कम से कम 28 संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इस साजिश के पीछे इस्लामी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का हाथ था। ईरान की एक मीडिया हाउस ने रविवार को ईरान के इंटेलीजेंस मिनिस्ट्री के हवाले से रिपोर्ट किया कि पकड़े गए कुछ आरोपियों के संबंध इस्लामिक स्टेट (आईएस) से हैं और कुछ का सीरिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र में सक्रिय कुछ खतरनाक आंतकी गुटों से है।
दरअसल,खूंखार आतंकी संगठन ISIS के निशाने पर हमेशा से ईरान रहा है, क्योंकि वर्ष 2017 में भी इसी गुट ने इसी तरह से घातक हमलों से ईरान की संसद और इस्लामिक गणराज्य के संस्थापक अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी की कब्र को निशाना बनाया था। हाल ही में,आईएस ने पिछले अक्टूबर में एक शिया धर्मस्थल पर भी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें दक्षिण-पश्चिमी शहर शिराज में 15 लोग मारे गए थे। चूंकि,आईएसआईएस एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है, जो शिया मुसलमानों को काफिर बताता है और उनके कत्ल का समर्थन करता है। जबकि,ईरान शिया बहुल देश है।
इस बीच ईरान की इंटेलीजेंस मिनिस्ट्री ने दावा किया है कि पकड़े गए आतंकवादियों में कुछ पाकिस्तानी भी हैं। ऐसे में यह साफ हो जाता है कि यह बताता है कि दुनिया में किसी भी जगह हुए आतंकवादी हमले के संबंध पाकिस्तान से जरुर जुड़े होते हैं। वहीं,ईरान के इस दावें को लेकर इस्लामाबाद में खामोशी छाई हुई है। अब इस हरकत को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ ईरान क्या कार्यवाही करेगा ? यह अभी साफ नही हो सका है। लेकिन पाकिस्तान का घिनौना चेहरा पूरी दुनिया के सामने एक बार फिर से बेनकाब हो गया है।