बलूचिस्तान के मस्तुंग में विस्फोट के दौरान लोगों के हवा में उड़ते हुए चिथड़े,फोटो साभार -(सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान का पिछले कुछ सालो से लगातार कई विरोधी संगठनों से जारी गतिरोध के बीच शुक्रवार को एक बार फिर दो अलग-अलग आत्मघाती बम विस्फोटों में कम से कम 64 लोगों की मौत हो गई और 155 लोग घायल हो गए। पहला धमाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के मस्तुंग इलाके में हुआ, जिसमें 56 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। वहीं, दूसरा धमाका जुमे की नमाज के दौरान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की हंगू मस्जिद में हुआ। जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई,जबकि 12 जख्मी हो गए।
कई स्थानीय मीडिया समूहो ने रिपोर्ट किया है कि विस्फोट के समय मस्जिद में 30 से 40 नमाजी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ है,उस समय हुआ मस्जिद में जुमे का खुतबा हो रहा था। इस बीच एक पुलिस अधिकारी के हवाले से दावा किया गया कि “विस्फोट के कारण मस्जिद की छत ढह गई और लगभग 30 से 40 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।” अधिकारी ने आगे कहा कि शवों और घायलों को मलबे से निकालने के लिए हेवी मशीनरी बुलाई गई है।
इससे पहले बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के पास एक आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 56 लोग मारे गए और कई दर्जनों लोग घायल हो गए। धमाके को लेकर पुलिस ने कहा कि यह आत्मघाती विस्फोट था। उन्होंने बताया कि ब्लास्ट जुमा की नमाज के दौरान हुआ। बताया जा रहा है कि विस्फोट उस समय हुआ जब लोग अलफलाह रोड पर मदीना मस्जिद के पास मिलाद उन-नबी के जुलूस के लिए इकट्ठा हो रहे थे।
वहीं, इस घटना को अंजाम देने वाले किसी भी विद्रोही संगठन की संलिप्तता स्पष्ट नहीं हो सकी है, क्योंकि कुछ रिपोर्ट मे तो टीटीपी को जिम्मेदार माना जा रहा है, तो वही कुछ मे बलूच लिबरेशन को, लेकिन असमंजस स्थिति अभी भी बरकरार है। हालांकि, इस तरह की घटनाओं को अक्सर टीटीपी, बलूच विद्रोही हीं अंजाम देते रहे हैं। जिससे आशंका जताई जा रही है कि इन्ही दोनों संगठनों में से किसी एक का हाथ हो सकता है। फिलहाल, घटना के बाद से हीं इस्लामाबाद स्थित कई पाकिस्तानी ऐजेंसियों के हेडक्वार्टर्स में हड़कंप मचा हुआ है।