स्पेशल रिपोर्ट

SP सुकमा सुनील शर्मा के लीडरशिप में एक ही दिन में 43 हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेंडर, इनमें एक नक्शली 1लाख रूपये का है इनामिया, छत्तीसगढ़ पुलिस के बदले पैटर्न से नक्सल मूवमैंट बढ़ रहा समाप्ति की ओर – चंद्रकांत मिश्र/सतीश उपाध्याय

रायपुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ पुलिस ने आॅपरेशन नक्सल के संबंध में बड़ी सफलता के साथ बड़ी उपलब्धि का प्रदर्शन करते हुए सुकमा जिले में बुधवार को 43 माओवादियों का आत्मसमर्पण करवाया,जो कि अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।

इन आत्मसमर्पण करने वालों नक्सलियों में एक नक्शली एक लाख रुपए का इनामिया नक्शली है। बताया जा रहा है कि सभी माओवादी सुकमा पुलिस के ‘पूना नर्कोम’ यानी ‘नई सुबह का सूरज’अभियान से प्रभावित हुए और सरकार के समक्ष हथियार डाल दिए। सरेंडर करने के बाद सभी ने एक स्वर में कहा कि, हमें नक्सलवाद से मुक्ति चाहिए। साथ ही रोजगार की भी इन्होंने मांग की है। नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद सुकमा के SP सुनील शर्मा व CRPF के अधिकारियों ने आत्मसमर्पित किये हुए नक्सलियों के साथ जमीन पर बैठकर दोपहर का भोजन भी किया।

बताते चले आत्मसमर्पण करने वाले ये सभी नक्शली राज्य के सुकमा जिले के 10 अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं। इनमें फुलबगड़ी थाना क्षेत्र का रहने वाला पोड़ियामी लक्ष्मण संगठन में मिलिशिया कमांडर है,और यह 1 लाख रुपए का इनामी भी है। बताया जा रहा है कि ये पिछले कई सालों से संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहा था। हत्या,लूट आगजनी जैसी कई बड़ी वारदातों में भी शामिल रहा है। पुलिस के अनुसार फुलबगड़ी थाना इलाके में कई बड़े नक्सली लीडर भी हैं।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार सुकमा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किए माओवादियों ने रोजगार की मांग की है। इन नक्सलियों ने कहा है कि,हमें आजीविका चलाने के लिए रोजगार चाहिए। साथ ही अंदरूनी गांव में सड़क व पुल का निर्माण करवाया जाए। बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए जिन-जिन इलाकों में नक्सलियों ने स्कूल आश्रम तोड़े हैं उसे भी जल्द से जल्द बनाया जाए। हालांकि SP सुकमा ने इन नक्सलियों को आश्वासन दिया है कि इन्हें जल्द शासन से पुनर्वास योजना के लाभों से लाभान्वित कराया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर सुकमा के SP सुनील शर्मा ने इस ‘पूना नर्कोम’ अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के शुरुआत करते ही अंदरूनी इलाके के ग्रामीणों का भी पुलिस को भरपूर सहयोग मिला। इस अभियान में पुलिस अपने हर कार्यक्रम में ग्रामीणों को साथ लेकर चल रही है। साथ ही ग्रामीणों का भरोसा जितने का काम भी किया जा रहा है। इस अभियान से प्रभावित होकर सुकमा पुलिस के सामने अब तक 176 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। इन सरेंडर नक्सलियों में कई हार्डकोर इनामी भी हैं।

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