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तालिबान को रोकने के लिए तजाकिसतान ने कसा कमर, मदद के लिए रूस ने भेजा सेना और टैंक – रविशंकर मिश्र (एडिटर इन आपरेशन )

दुशांबे
अफगानिस्‍तान में तालिबान के बढ़ते कब्‍जे से मध्‍य एशिया में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इसी तालिबानी खतरे को देखते हुए रूस ने अब ताजिकिस्‍तान में बड़े पैमाने पर अपनी सेना और भारी हथियार भेजे हैं। रूस अब ताजिकिस्‍तान और उज्बेकिस्‍तान के साथ मिलकर एक बड़ा युद्धाभ्‍यास करने जा रहा है। यही नहीं रूस अफगानिस्‍तान के हालात पर नजदीकी से नजर बनाए हुए है।
अभी पिछले महीने ही रूस ने चेतावनी दी थी कि कलेक्टिव सिक्‍यॉरिटी ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन निर्णायक कार्रवाई करेगा अगर उसके किसी सदस्‍य देश की सीमा पर कोई आक्रामक कार्रवाई की गई या फिर उकसावे वाली कार्रवाई की गई। ताजिकिस्‍तान में मौजूद रूसी सेना को अब दुशांबे में स्थित उनके स्‍थायी ठिकाने से हटाकर हर्ब मैदान ट्रेनिंग एरिया में तैनात कर दिया गया है जो अफगानिस्‍तान की सीमा से सटा हुआ है।

रूस, उज्‍बेकिस्‍तान और ताजिकिस्‍तान की सेना के बीच युद्धाभ्‍यास
रूसी सेना ने एक बयान जारी करके कहा, ‘ताजिकिस्‍तान के 201 मिलिट्री बेस पर तैनात रूसी सेना को हर्ब मैदान में फिर से एकजुट किया गया है। यहां पर रूस, उज्‍बेकिस्‍तान और ताजिकिस्‍तान की सेना के बीच युद्धाभ्‍यास किया जाएगा।’ जिन सैनिकों को अफगान सीमा पर तैनात किया गया है, उनमें राइफल यूनिट, टैंक, तोपखाना रेजिमेंट और एंटी एयरक्राफ्ट सैनिक शामिल हैं। इसके अलावा हेलिकॉप्‍टर यूनिट को भी तैनात किया गया है।
सोशल मीडिया में वायरल हुए विडियो में नजर आ रहा है कि रूसी टैंक, हथियारबंद वाहन, ट्रक, तोपें और अन्‍य यूनिट स्‍थानीय हाइवे से होकर अपने ठिकाने की ओर जा रहे हैं। इस दौरान रूसी सैनिकों की एमआई-24 लड़ाकू हेलिकॉप्‍टरों की मदद से सुरक्षा की जा रही है। दुशांबे और ट्रेनिंग एरिया के बीच दूरी करीब 200 किमी दूर है। इस दौरान काफिले की सुरक्षा और दुश्‍मन के हमले का करारा जवाब देने का अभ्‍यास किया गया। ताजिकिस्‍तान रूस के नेतृत्‍व वाले कलेक्टिव सिक्‍यॉरिटी ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन का सदस्‍य है। उज्‍बेकिस्‍तान इसका सदस्‍य नहीं है लेकिन उसके रूस के साथ करीबी सैन्‍य संबंध हैं।

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