ब्रिटेन की शीर्ष गुप्तचर सेवा के प्रमुख जेरेमी फ्लेमिंग ने दुनिया को सावधान करते हुए कहा है कि चीन दुनिया की तकनीक पर कब्जे की कोशिश लगा में है। वह ग्लोबल ऑपरेटिंग सिस्टम पर नियंत्रण करना चाहता है। फ्लेमिंग ने सावधान करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि चीन को उभरती तकनीक पर हावी न होने दिया जाए। फ्लेमिंग गवर्नमेंट कम्युनिकेशन्स हेड क्वाटर्स (जीसीएचक्यू) के डायरेक्टर हैं, जो ब्रिटेन की प्रमुख साइबर गुप्तचर सेवा एजेंसी है।
फ्लेमिंग ने कहा है कि पश्चिमी देशों को भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, सिंथेटिक जीव विज्ञान और आनुवांशिकी जैसी तकनीकों पर नियंत्रण के लिए एक लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है। उनके मुताबिक, प्रौद्योगिकी नेतृत्व बीते कुछ समय से पूर्व की ओर बढ़ रहा है और इसकी चीन की भूमिका बेहद संदिग्ध है। दरअसल, फ्लेमिंग का इशारा चीनी हैकरों की ओर था, जिनके द्वारा डेटा चोरी और महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करने के मामले बीते समय में सामने आए हैं। फ्लेमिंग ने कहा कि हम एक-एक पल इस समस्या का सामना कर रहे हैं, जो आगे चलकर बड़ी हो सकती है। इसलिए अभी जरूरी कदम उठाने जरूरी हैं।
रूस पश्चिम के लिए खतरा
फ्लेमिंग ने आने वाले समय में चीन के साथ रूस को भी पश्चिम के लिए तात्कालिक खतरा बताया है, लेकिन उनका कहना है कि कम्युनिस्ट चीन का दीर्घकालिक प्रभुत्व ज्यादा बड़ी समस्या है।