इस्लामाबाद। जबसे पाकिस्तान की सत्ता से इमरान खान हटाए गए हैं तभी से वह घूम घूमकर अपनी पीड़ा सार्वजनिक करने से बाज नहीं आ रहे हैं,ऐसा लग रहा है कि जैसे कि उन्हें बड़ा सदमा लग गया है,जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। यही कारण है कि अब वे अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिये है,जहां वो अमेरिका के खिलाफ जमकर जहर उगल रहे हैं।
इसी बीच इमरान खान ने अमेरिकी टीवी डिबेट का एक विडियो क्लिप को सार्वजनिक करते हुए यह आरोप लगाया है कि उन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी से अमेरिका ने ही हटवाया है। इस दौरान इमरान खान ने ट्वीट करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से पूछा कि एक लोकतांत्रित तरीके से चुने गए प्रधानमंत्री को हटवाने की साजिश में शामिल होकर आपने पाकिस्तान में अमेरिका विरोधी भावना को घटाया है या बढ़ाया है ?
इसी कड़ी में इमरान ने अपने दूसरे ट्वीट में एक और वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा कि अगर किसी को अमेरिका के पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की साजिश के बारे में कोई संदेह है तो इस वीडियो से सभी संदेहों को दूर कर लेना चाहिए कि लोकतांत्रिक रूप से चुने गए पीएम और उनकी सरकार को क्यों हटाया गया ? उन्होंने आगे यह भी दावा किया कि अमेरिका स्पष्ट रूप से पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के रूप में एक आज्ञाकारी कठपुतली चाहता है। जो यूरोप में जारी एक युद्ध में पाकिस्तान को तटस्थ रहने की अनुमति नहीं देगा।
यही नहीं इमरान खान ने एक बार फिर दावा किया कि अमेरिका के पाकिस्तान में शासन परिवर्तन करने की साजिश का फिर से पर्दाफाश होने के बाद जो कि वाशिंगटन में हमारे दूत के भेजे गए गुप्त संदेश से अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी डेविड लू की धमकी से जुड़ा था,जो कि यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान से चीफ जस्टिस का कर्तव्य है कि वह इस साजिश में शामिल लोगों की खोजबीन करने और सार्वजनिक सुनवाई करने के लिए एक आयोग का गठन करें।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में पिछले कई महिनों से सियासी तूफान अपने उफान पर था,जहां अभी हाल ही में सदन में शक्ति परीक्षण होना था जिसे इमरान खान के डिप्टी स्पीकर ने इस परीक्षण को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह विदेशी साजिश का हिस्सा हैं,दरअसल इस परीक्षण के पहले ही इमरान इसे विदेशी साजिश साबित करने पर तुले थे, जहां पर साजिश में अमेरिका का नाम लिया जा रहा था,जिस पर अमेरिका बेहद सख्ती के साथ इस कथित आरोप को खारिज कर दिया था,उधर साजिश में अमेरिका का नाम आते ही चीन खुलेआम इमरान की मदद में उतर गया,हालांकि सुप्रीम कोर्ट और पाकिस्तानी सेना के हस्तक्षेप पर बड़े ही नाटकीय ढंग से इमरान खान की सत्ता से विदाई हो गई,जहां इस बीच यह भी रिपोर्ट सामने आई कि इमरान खान को उनके हीं सरकारी आवास के एक कमरे में पाक आर्मी चीफ और डी जी आई एस आई ने बुरी तरह से पीटा था जिससे घबराकर इमरान खान बिना इस्तीफा दिये हीं सत्ता छोड़ दिये। उधर पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के नेतृत्व में नई सरकार बनते हीं इमरान द्वारा किये गये तमाम घोटाले सामने आ रहे है जिसमें उच्चस्तरीय जांच की बात कहीं जा रही है। लेकिन कुल मिलाकर इमरान की हरकतें बताने के लिए काफी है कि वो खुद को एक चीनी ऐजेंट के रूप में साबित करने में लगे हैं।