ताइवानी सेना पूरे जोश में (फाईल फोटो)
ताइपे/बीजिंग। दुनिया अभी यूक्रेन संकट का सामना कर हीं रही थी कि इसी बीच ताइवान संकट भी बड़ी तेजी से उभरता हुआ दीख रहा है,बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि किसी भी समय चीनी सेना ताइवान पर कब्जा करने के लिए हमला बोल सकती है। रिपोर्ट में यहां तक दावा किया गया है कि दोनों तरफ हीं बड़ी तेजी से युध्द की तैयारियों को देखा जा सकता है।
दरअसल,पिछले कई सालों से चीन,ताइवान को अपना हिस्सा मानता रहा है और वह इसकी अलग देश की मान्यता पर भारी विरोध करता है,लेकिन ताइवान खुद को स्वतंत्र देश मानता है जिसे दुनिया के कुछ देश मान्यता भी दे रखें है।
यही वजह है कि चीन हमेशा ताइवान को धमकाता रहता है, जहां इस दौरान उसके फाइटेर एअरक्राफ्ट अक्सर ताइवान के एअरस्पेस में घुसपैठ करते रहते हैं।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाईल फोटो)
लेकिन रूस-यूक्रेन जंग के बीच हीं दुनिया भर की ऐजेंसियों ने अनुभव कर लिया था कि कभी भी चीन ताइवान पर हमला कर सकता है,वहीं विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि चीन,यूक्रेन संकट का आंकलन कर रहा है जहां उसे अब तक यह अनुभव हुआ कि यूक्रेन को तो उसके मददगार देश हथियारों की सप्लाई तो कर रहे हैं लेकिन सेना तैनात करने से बच रहे हैं यहां तक कि सप्लाई भी मर्यादित तरीके से कर रहे हैं ताकि उनका रुस के साथ सीधा टकराव न हो।
अब दावा किया जा रहा है कि बीजिंग ने चीनी नागरिकों फरमान जारी किया है कि वे 60 दिनों की जरूरत की वस्तुओं का भंडार कर ले यहां तक कि दवाइयों को भी रख लें। वहीं चीनी फौज पूरी तैयारी के साथ शंघाई से बड़े सैन्य काफिले के रूप में ताइवानी सीमा की तरफ रवाना हुई है। इसके अलावा चीन के अन्य कई हिस्सों से भी भारी संख्या में चीनी सेना कूच कर रही है। जहां इस दौरान चीनी लड़ाकूं विमानों ने भी तेजी वार ड्रिल शुरू कर दिया है साथ में चीनी नौसेना भी ड्रिल पर है। इसी कड़ी में यह भी दावा सामने आया है कि चीन के कुछ हिस्सों में चीनी सेना ताइवान की डमी द्वीप बनाकर पिछले कई सालों से टारगेट प्रैक्टिस कर रही थी।
उधर,जैसे ही चीनी सेना की बड़ी मिलीट्री काॅनवाई ताइवान की तरफ रवाना होने की रिपोर्ट सामने आई तो ताइवान की तरफ से भी अपने आम नागरिकों को वाॅर बुक बड़ी तेजी उपलब्ध कराया जा रहा है,नागरिकों को मोबाइल की मदद से खुद की सुरक्षा के लिए बम शैल्टर ढूंढने की ट्रेनिंग कराई जा रही है यहां तक हमले के दौरान मेडिकल राहत के लिए भी स्पेशल ट्रेनिंग करवाई जा रही है,इसके साथ ही ताइवान पूरी सतर्कता के साथ अपनी सेना को वार ड्रिल का आदेश दे दिया है। जहां पर ताइवानी सेना भी ड्रिल में जुट गई है, इतना ही नहीं एअर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टीवेट कर दिया गया है,वहीं ताइवान की थल सेना के अलावा वायुसेना और नौसेना भी ड्रिल में जुट गई है। चूंकि रिपोर्ट में साफ साफ संकेत दिया गया है कि दुश्मन पूरी तैयारी पर है बस एक आदेश भर की देर है।
इधर,अमेरिका बहुत पहले ही ताइवान को हथियारों की सप्लाई के साथ-साथ भारी संख्या में अमेरिकी ट्रेनर भी ताइवान में तैनात कर रखा है जो कि ताइवान की सेना को बेहतर ट्रेनिंग दे रहे हैं जिसका कि चीन हमेशा से विरोध करता रहा है। इसके अलावा अमेरिकी ऐजेंसियां भी चीनी हरकत पर बहुत पहले से ही पूरी नजर बनायी हुई है। कुल मिलाकर युद्ध किसी भी समय छिड़ सकता है।