तालिबान का सुप्रीम लीडर अखुंदजादा (फाईल फोटो)
काबुल। जिसकी मौत पर दुनिया के कई देशों की खुफिया ऐजेंसियां अपना अंतिम मुहर लगा चुकी थी आज वो तालिबान का सुप्रीम लीडर हैबातुल्लाह अखुंदजादा आखिर लोगों के सामने आ ही गया। बताया जा रहा है कि दक्षिणी अफगान के कंधार में अखुंदजादा ने समर्थकों को संबोधित किया। बताते चले कि पिछले काफी समय से वह अंडरग्राउंड था। यहां तक कि इस साल बीते अगस्त माह में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद भी वह सामने नहीं आया और तो और खुद तालिबानियों ने भी उसके मौत की पुष्टि कर चुके थे।
तालिबानी आतंकी (फाईल फोटो)
हैबातुल्लाह अखुंदजादा के लंबे समय से गायब रहने और कई बार तो अखुंदजादा के मौत तक की आशंका भी जाहिर की गई। तालिबानी ऑफिशियल्स के मुताबिक शनिवार को वह दारुल उलूम हकीमा मदरसा पहुंचा था। इस दौरान उसने सिपाहियों और छात्रों से बात की थी। इस दौरान सुरक्षा के इंतजाम काफी तगड़े थे। यहां तक कि फोटो और वीडियो बनाने की भी इजाजत किसी को नहीं थी। हालांकि तालिबान के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर दस मिनट की एक ऑडियो क्लिप शेयर किया गया है।
तालिबानी आतंकी (फाईल फोटो)
इस ऑडियो मैसेज में अखुंदजादा को ‘अमीरुल मोमिनीन’ कहकर संबोधित किया जा रहा है। इसका अर्थ होता है विश्वसनीयों का कमांडर। अखुंदजादा इस दौरान धार्मिक संदेश दे रहा है। हालांकि इस भाषण में वह राजनीति की बात नहीं कर रहा है। लेकिन तालिबान लीडरशिप पर अल्लाह की मेहरबानी की बात जरूर कर रहा है। इस दौरान अखुंदजादा तालिबान शहीदों, घायलों और अन्य के लिए ऊपरवाले से दुआ कर रहा है।
गौरतलब है कि 2016 में अमेरिकी ड्रोन के हमले में मुल्ला अख्तर मंसूर के मारे जाने के बाद अखुंदजादा को तालिबान का लीडर बनाया गया था।
फिलहाल अखुंदजादा के सामने आने पर अमेरिकी खुफिया ऐजेंसी सहित दुनिया की अन्य खुफिया ऐजेंसियों में भी हड़कंप सा मच गया है, चूंकि ये ऐजेंसियां इसके मरने की पुष्टि बहुत पहले ही कर चुकी थी,लेकिन इसके सामने आने के बाद ऐजेंसियों का मुंह सा बन गया है।