नई दिल्ली। तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह की पंजशीर घाटी में नार्दन एलायंश आर्मी से जंग के दौरान हत्या कर दी है। तालिबान ने दावा किया है कि रोहुल्लाह सालेह को पंजशीर घाटी में ही मौत के घाट उतार दिया गया। बताया जा रहा है कि रोहुल्लाह को तालिबानियों ने यातनाएं देने के बाद हत्या कर दी। तालिबानियों ने सालेह को पहले कोड़ों और बिजली के तार से पीटा, उसके बाद गला काट दिया। बाद में तड़पते सालेह पर दनादन गोलियां बरसा दीं,
फिलहाल तालिबान के इस दावे का अभी तक कोई पुख्ता सुबूत सामने नहीं आया है।
गौरतलब है कि रोहुल्लाह सालेह पंजशीर से काबुल जाने की फिराक में थे। तालिबान को इस बात की जैसे ही खबर लगी उन्होंने सालेह को बीच रास्ते में अंबुश करके पकड़ लिया और उन्हें घोर यातना देने के बाद मार दिया। फिलहाल अमरुल्लाह सालेह ने अभी तक इस मामले पर कुछ बोला नहीं है।
उल्लेखनीय हैं कि 15 अगस्त को काबुल पर तालिबानी कब्जे के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। इसके बाद उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। साथ ही उन्होंने पंजशीर के लड़ाकों के साथ मिलकर नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स के बैनर तले तालिबान के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया। तालिबान ने कुछ दिनों पहले पंजशीर पर जीत का दावा किया था। उन्होंने पाकिस्तानी वायुसेना के समर्थन से पंजशीर के दो बड़े नेताओं को मार दिया था। तालिबान ने नॉर्दर्न अलायंस आर्मी के कमांडरों और प्रवक्ता फहीम दश्ती और पंजशीर के शेर कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद के भतीजे जनरल वदूद की हत्या कर दी थी।