तालिबानी लड़ाकें (सांकेतिक तस्वीर)
काबुल/इस्लामाबाद। जबसे रूस और यूक्रेन के बीच भीषण लड़ाई शुरू हुई तो तभी से तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई थी,जहां इस दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच युध्द की भी चर्चा जोरो पर थी लेकिन कहानी में मोड़ दूसरी तरफ दिख रही है,दरअसल अभी हाल ही में अफगानिस्तान की सीमा के भीतर घुसकर पाक फौज ने एक मिलीट्री आॅपरेशन को अंजाम दिया जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिकों के अलावा महिलाएं व मासूम बच्चे मारे गए,जिस पर अफगान तालिबान भढ़क गया जिसके बाद तालिबान ने खुले शब्दों में पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि दोबारा ऐसी गलती होने पर बुरा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना।
दरअसल,बीते शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टरों ने सीमा से सटे अफगानिस्तानी सीमा के भीतर घुसकर खोस्त और कुनार प्रांत में एयरस्ट्राइक की थी। जहां इस एयरस्ट्राइक में अफगानिस्तान ने 46 लोगों के मारे जाने का दावा किया था जिसमें महिलाएं व मासूम बच्चे भी शामिल थे।
वहीं पाकिस्तान का दावा किया था कि अफगानिस्तान के आतंकी उसकी सीमा पार करके आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं। वहीं, तालिबान का कहना है कि पिछले साल अगस्त में सत्ता संभालने के बाद इस पर नियंत्रण कर लिया गया है।
इस दौरान अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान ने काबुल में स्थित पाकिस्तानी राजदूत को तलब किया और ऐसे हमलों को तुरंत रोकने के साथ-साथ कड़ी आपत्ति भी जताया। लेकिन इस बीच अफगान सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट मिल रही है कि तालिबान बल पूरी तैयारी पर है इस दौरान तालिबान की तरफ से पूरी सतर्कता बरती जा रही है,यदि पाक फौज दोबारा इस तरह की हरकत को अंजाम देता है तो आॅपरेशन “बदला” के तहत कार्यवाही की जायेगी,अब ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों देशों द्वारा संयम नहीं बरता गया तो निश्चित रूप से दोनों पक्षों के बीच भीषण लड़ाई के आसार है। क्योंकि इसी कड़ी में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने भी ट्वीट कर पाकिस्तान को धमकी देते हुए लिखा कि पाकिस्तान,अफगानिस्तान की संयम की परीक्षा न ले और ऐसी गलती दोबारा न करे,नहीं तो इसका बुरा अंजाम भुगतना होगा। दोनों देशों को समस्याओं को राजनीतिक बातचीत से सुलझाना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले भी इस तरह के हमलों को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान आमने-सामने कई बार आये चुके हैं। अफगानिस्तान ने जहां पाकिस्तान पर हमले करने का आरोप लगाया है तो पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तान पर सीमा पार हमलों को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
उधर,पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर बताया कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर कुछ दिनों से हमले बढ़ गए हैं। जहां पाकिस्तानी सेना को लगातार टारगेट किया जा रहा है। इस दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का दावा है कि बीते गुरुवार को उत्तरी वजीरीस्तान में अफगान हमलों में 7 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। उत्तरी वजीरीस्तान खोस्त प्रांत में ही आता है,जहां अफगानिस्तान ने एयरस्ट्राइक करने का दावा किया है।
दरअसल,इस पूरे विवाद की जड़ पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 2,600 किलोमीटर लंबी सीमा है। चूंकि,पाकिस्तान और तालिबान के बीच हमेशा अच्छे रिश्ते बने रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के तालिबान से रिश्ते तब भी अच्छे बने रहे,जब अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अमेरिकी ऑपरेशन में पाकिस्तान शामिल रहा। हालांकि, बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ गए हैं,जिससे हताश होकर पाकिस्तानी सेना ने भी अफगान सीमा पर ऑपरेशन तेज कर दिए हैं,जो कि आज दोनों देशों के बीच तनाव की बड़ी वजह बनी हुई हैं।