इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

पाकिस्तान में जारी सियासी तूफान के बीच आज रात हो सकता है कुछ खतरनाक खेल, विपक्षी नेताओं को देशद्रोह के आरोप में किया जा सकता है गिरफ्तार – राकेश पांडेय/अमरनाथ यादव

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जारी सियासी तूफान के बीच इस्लामाबाद से पाकिस्तान के खिलाफ एक घातक रिपोर्ट सामने आ रही है,जिसमें आशंका जताई जा रही है कि रविवार को अविश्वास प्रस्ताव से पहले पाकिस्तान की सियासत में कुछ खतरनाक हरकते हो सकती है,जिस संबंध में प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीते शुक्रवार को हीं साफ कर दिया था कि वो ‘संडे सरप्राइज’ देने जा रहे हैं। अब इस कथित सरप्राइज की रिपोर्ट में आशंका जाहिर की जा रही है कि शनिवार देर रात अपोजिशन के तमाम नेताओं को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया जा सकता है। जहां इसके पहले इन सभी विपक्षी नेताओं के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लेने की पूरी तैयारी की जा चुकी है।

बता दें कि रविवार को जो तयशुदा कार्यक्रम तय किये गये हैं उसमे तीन बड़ी बातें हो सकती हैं। 1- अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा। 2- स्पीकर ने चाहा तो वोटिंग। 3- इस्लामाबाद में इमरान की रैली।

तो वहीं पाकिस्तान के सीनियर जर्नलिस्ट अंसार अब्बासी के हवाले से यह जानकारी सामने आ रही है कि इमरान सरकार किसी भी वक्त अपोजिशन के तमाम नेताओं को गिरफ्तार कर सकती है। गिरफ्तारी से पहले इन सभी के खिलाफ मुल्क से गद्दारी,यानी देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा। इसके लिए गोपनीय बैठकें की जा चुकी है।

इन सबके बीच पाक फौज की भूमिका के बारे में बताया जा रहा है कि फौज ने विपक्ष और इमरान दोनों के सामने तीन बातें रखी थीं। पहली- इमरान इस्तीफा दें। दूसरी- मिलीजुली सरकार बनाई जाए। तीसरा- संसद भंग करके फौरन नए चुनाव कराए जाएं।

अब फौज के इस फार्मूला की कड़ी में कहा जा रहा है कि पहली शर्त पर इमरान तैयार नहीं थे। तीसरी शर्त या बात आसिफ अली जरदारी को मंजूर नहीं थी। लिहाजा,बीच का यह रास्ता बंद हो चुका है। अब विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी और उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने के मामले में फौज क्या करेगी ? फिलहाल यह अभी साफ नहीं हो सका है। लेकिन हालात यही रहे तो पाक फौज हस्तक्षेप कर सकती है।

इसी कड़ी में यह भी दावा किया गया है कि इमरान खान रविवार को ही इस्लामाबाद में रैली करने जा रहे हैं। जिसे लेकर फौज और ISI इसके खिलाफ हैं,हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि यह रैली संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस और वोटिंग के पहले होगी या बाद में। तो

वहीं जानकार मान रहे हैं कि अगर इमरान वोटिंग में हार गए तो इस्लामाबाद में मौजूद उनके समर्थक हिंसा कर सकते हैं। इसका सबूत खैबर पख्तूख्वा से सामने भी आ चुका है। यहां के मुख्यमंत्री महमूद खान का एक ऑडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था। खैबर में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी इमरान की पार्टी की ही सरकार है। इस ऑडियो में महमूद ने साफ तौर पर अपने समर्थकों से कहा था कि अगर इमरान सरकार गिरती है तो वो सड़कों पर उतरकर अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी और हिंसा करें,अमेरिकी झंडों में आग लगा दें,जिसकी पूरी तैयारी पहले से ही हो चुकी है। कुल मिलाकर हालात यहीं कह रहे हैं कि पाकिस्तान में आने वाले वक्त में कुछ खतरनाक होगा,चूंकि चीन ने पहले ही साफ कर दिया है कि इमरान खान की सरकार गिराने में यदि अमेरिकी साजिश है तो वह खुलकर इमरान का साथ देगा।

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