रूसी फौज (फाईल फोटो)
कीव/मॉस्को। रुस-यूक्रेन के जंग में एक तरफ यूक्रेन पूरी तरह से तबाही के कगार पर पहुंच गया है तो वहीं दूसरी तरफ रूसी सेना को भी भारी नुकसान पहुंचा है,जहां अभी हाल ही में ब्लैक सी रूस के एक युध्दपोत को यूक्रेन ने एक आॅपरेशन के दौरान नष्ट करने का दावा किया तो इस पर रूस आक्रामक हो गया,इसके बाद रुसी फौज यूक्रेन के कई हिस्सों पर एक साथ हमला शुरू कर दी जहां इस दौरान रुसी सेना के एक टाॅप लेबल के जनरल यूक्रेन के काउंटर अटैक में मारे गए।
बता दें कि मारियुपोल बंदरगाह का घेरा डाले रूसी सैनिकों के एक जनरल की युद्ध में मौत हो गई और उनके शव को सेंट पीटरबर्ग में शनिवार को दफनाया गया। बताया जा रहा है कि रूस के मेजर जनरल व्लादिमीर फ्रोलोव 8वीं सेना के डिप्टी कमांडर थे।
उधर,यूक्रेन ने दावा किया है कि युद्ध में कई रूसी जनरल और उच्च रैंक के कई अन्य अधिकारी मारे गए हैं। रूसी क्षेत्र में यूक्रेन के लगातार जारी हमलों और काला सागर में रूसी युद्धपोत के क्षतिग्रस्त होकर डूबने से भड़के मॉस्को ने कीव पर नए सिरे से मिसाइल हमले करने की धमकी दी है।
इस दौरान यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में 900 से अधिक आम लोगों के शव मिले हैं। पुलिस ने बताया कि इनमें से अधिकांश लोगों को गोली मारी गई थी। रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन में नए सिरे से हमले की तैयारी तेज कर दी है,जबकि दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में लड़ाई जारी है, जहां स्थानीय लोगों ने रूसी सैनिकों को शवों को खोदकर निकालते देखे जाने की सूचना दी है।
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग का आज 53वां दिन पूरा कर चुका है,लेकिन अभी तक रूस को उसके टास्क के अनुसार सफलता नहीं मिली है,कहने को तो कुछ इलाकों पर रूस अपने कब्जे का दावा तो कर रहा है लेकिन असल में उन इलाकों में रूसी फौज को अभी भी कड़े संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच ब्लैक सी में किसी विशेष मिशन के तहत तैनात रुसी युध्दपोत को डूबो दिया गया इसके बाद रूसी फौज के जनरल को मार गिराया गया,जिससे रूसी फौज में बेहद आक्रोश है। वहीं अब दुनिया की कई इंटेलीजेंस ऐजेंसियों ने चेताया है कि यूक्रेन पर किसी भी समय रूस की तरफ से परमाणु हमला हो सकता है चूंकि मॉस्को ने रूसी फौज को अगले 10 मई का टास्क दिया है कि वह 10 मई तक यूक्रेन पर फतह करे,अफसोस जिस तरह से लड़ाई जारी है,मुश्किल लग रहा है कि रूसी फौज अपने टास्क को समय से पूरा कर सकेगी इसलिए ऐसी स्थिति में परमाणु हमले का ख़तरा बढ़ गया है जिसकी पुष्टि खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी ने भी कर दी है।