टी.एस.तिरूमूर्ति (फाईल फोटो)
नई दिल्ली/वाशिंग्टन। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण लड़ाई के दौरान अभी तक भारत संतुलित हीं चल रहा था लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है,वजह साफ है कि हर चीज़ की एक सीमा होती है,लेकिन इस जंग में यूक्रेन के बूचा में रूसी फौज द्वारा जो क्रूरता की गई है व मानवता को शर्मशार करने वाली है,इसीलिए भारत ने UNSC में इस घटना की निंदा तो किया ही किया साथ ही साथ स्वतंत्र जांच का समर्थन भी किया,घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब खुद रूस इस घटना को खारिज कर रहा है यानि रूस कह रहा है कि इस क्रूरतापूर्ण हरकत को रूसी फौज ने अंजाम नहीं दिया है।
बता दें कि भारत ने यूक्रेन के बूचा में नागरिकों की मौत की निंदा की है। साथ ही घटना की स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन किया। जंग के बाद यह पहली बार है जब भारत ने रूस पर आरोप लगाने पर रोक लगा दी है। राजधानी कीव के पास बूचा शहर की सड़क पर 400 से ज्यादा लाशें पड़ी मिलीं। इन सभी लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने UNSC का बैठक में नागरिकों के मारे जाने संबंधी खबरों को बेहद परेशान करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बूचा में नागरिकों की मौत वाली खबरें काफी परेशान करने वाली हैं। भारत बूचा हत्याओं की निंदा करता है और एक स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करता है। हालांकि इस दौरान उन्होंने रूस का नाम नहीं लिया।
इस दौरान तिरुमूर्ति ने आगे भी कहा कि भारत जंग और शत्रुता खत्म करने के अपने आह्वान को दोहराता है। उन्होंने कहा कि जब निर्दोष लोगों की जान दाव पर लगी हो तो सिर्फ कूटनीति ही एकमात्र विकल्प रह जाता है।
इसी कड़ी में टीएस तिरुमूर्ति ने आगे यह भी कहा कि भारत ने यूक्रेनियों की मानवीय जरूरतों पर जोर दिया और हमें उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मानवीय जरूरतों के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया देना जारी रखेगा। उन्होंने कहा- यूक्रेन में गंभीर मानवीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए, भारत यूक्रेन और उसके पड़ोसियों को मानवीय मदद भेज रहा है, जिसमें दवाएं और अन्य आवश्यक राहत सामग्री शामिल हैं। हम आने वाले दिनों में यूक्रेन को और ज्यादा चिकित्सा आपूर्ति देने के लिए तैयार हैं।
बताते चले कि यूक्रेन के बूचा में अब तक का सबसे बड़ा नरसंहार सामने आया है। यूक्रेन का दावा है कि रूसी सैनिकों ने यहां 400 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, रूस की ओर से इसका खंडन किया गया है, लेकिन लगभग एक महीने से सड़कों पर खुले पड़े लोगों के शवों की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। सैटेलाइट तस्वीरें रूस के उस दावे का खंडन करती हैं जिसमें कहा गया कि यूक्रेन लोगों की हत्या का नाटक कर रहा है।
तो वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार को पहली बार UNSC को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध अपराधों के लिए रूसी सेना को तुरंत न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। वीडियो के जरिए अपने संबोधन में जेलेंस्की ने रूस के सैनिकों पर दूसरे विश्व युद्ध के बाद से सबसे बर्बर अत्याचार करने का आरोप लगाया और कहा कि वे ISIS जैसे आतंकवादियों से अलग नहीं हैं।