नई दिल्ली। अफगानिस्तान मसले पर पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी के चीफ ने एक सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की जिसमें चीन,ईरान समेत कई देशों के इंटेलीजेंस चीफ भी मौजूद हुए थे।
बताते चले कि शनिवार को एक अहम सुरक्षा बैठक का आयोजन पाक इंटेलीजेंस ऐजेंसी चीफ द्वारा की गई,इस बैठक में चीन समेत कई देशों के खुफिया ऐजेंसियों के प्रमुखो ने हिस्सा लिया। इसी क्रम में जानकारी है कि अफगान मामले पर चीन, ईरान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के इंटेलीजेंस चीफों से चर्चा हुई।
फिलहाल इस मीटिंग की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन बताया जा रहा है कि ISI चीफ ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर शांति एवं स्थिरता पर सहयोग करने के तरीकों पर मीटिंग हुई।
एक ख़बर के अनुसार अफगान संकट की स्थिति पर अमेरिका की खुफिया एजेंसी भी बहुत बारीकी से नजर रखे हुए है। सीआइए के डायरेक्टर विलियम बर्न्स पाकिस्तान और भारत की यात्रा पर हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने पाकिस्तान पहुंचने के बाद यहां सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और आइएसआइ प्रमुख फैज हमीद के साथ वार्ता की। वार्ता के संबंध में एक बयान कर जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पाकिस्तान अपने अंतरराष्ट्रीय पार्टनर के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। लेकिन परिस्थितियां इतनी अच्छी नहीं हैं, जितनी समझी जा रही हैं। पाकिस्तान ने अमेरिका के निकासी अभियान में भी पूरी मदद की है। यही नहीं उसने काबुल से आने वाले अमेरिकी सैनिकों को भी अपने यहां ठहराया है।
उल्लेखनीय हैं कि तुर्की, रूस, कतर, ईरान, चीन और पाकिस्तान निरंतर तालिबान के संपर्क में हैं और उनकी लगातार वार्ता हो रही है। यह अमेरिका के लिए चिंतित करने वाली स्थितियां हैं।