चीनी पनडुब्बी (फाईल फोटो)
बीजिंग। चीनी सेना के तरफ से एक तहलका मचाने वाला बड़ा दावा किया गया है, जिसमें बताया जा रहा है कि अमेरिकी युद्धपोतों और विमानों ने इस साल चीन पर निशाना साधते हुए 2,000 से अधिक जासूसी मिशन संचालित किए। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक अनुसंधानकर्ता ने चीनी सेना के एक वार्षिक सम्मेलन में ये बातें कहीं। अनुसंधानकर्ता ने दावा किया कि इस तरह की करीबी जासूसी से देश की संप्रभु सुरक्षा को खतरा है। पीएलए की एकेडमी ऑफ मिलिट्री साइंस में अनुसंधानकर्ता काओ यानझोंग ने कहा कि इन मिशनों में चीन नियंत्रित द्वीपों और विवादित दक्षिण चीन सागर में चट्टानों के साथ ही चीन के तटीय क्षेत्रों को भी निशाना बनाया गया।
अमेरिकी पनडुब्बी (फाईल फोटो)
बताते चले कि विवादित दक्षिण सागर में बीजिंग के आक्रामक सैन्य रुख और हांगकांग,तिब्बत तथा शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों को लेकर भी अमेरिका व चीन में तनाव की स्थिति है। चीन पूरे दक्षिण सागर पर संप्रभुता का दावा करता है। वियतनाम,मलेशिया,फिलीपीन,ब्रूनेई और ताइवान इस दावे का विरोध करते हैं।
चीनी फाइटर प्लेन (फाईल फोटो)
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार अभी हाल ही में अमेरिका की एक पनडुब्बी चीन के समुद्री इलाके में गश्त के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें मरीन भारी संख्या में घायल हुए थे, प्रकरण की जानकारी होते ही चीन की भौंहें टेढ़ी हो गई थी, आशंका जताई जा रही थी कि यह पनडुब्बी अपने किसी सीक्रेट आपरेशन को अंजाम देने के लिए चीनी इलाके में मौजूद थी जो समुद्र में मौजूद किसी बड़ी चट्टान से टकराने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।