नई दिल्ली। भारतीय थल सेना के 29वें चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ का पद संभालते हीं जनरल मनोज पांडे ने दुश्मन को कड़ी चेतावनी देते हुए अपना रूख साफ कर दिया कि भारत की सुरक्षा एवं संप्रभुता से बिल्कुल भी समझौता नहीं होगा। बता दे कि देश के नए आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने रविवार को एक मीडिया संस्थान से बातचीत के दौरान कहा कि देश की रक्षा सबसे ऊपर है और मैं हर चुनौती से निपटने को तैयार हूं। जनरल मनोज पांडे ने चीन के बारे में भी बात करते हुए कहा कि भारत और चीन के बीच बातचीत की प्रक्रिया जारी है। हमें विश्वास है कि आगे का रास्ता भी होगा। हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि LAC पर दुश्मन की किसी भी अवैध हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इस दौरान उन्होंने यह जरूर कहा कि हमें विश्वास है कि जैसे-जैसे हम दूसरे पक्ष से बात करना जारी रखेंगे,हम चल रहे मुद्दों का समाधान खोज लेंगे। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि LAC पर दुश्मन की किसी भी अवैध हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसी कड़ी में उन्होंने आगे भी कहा कि पिछले दो साल में भारतीय सेना चीन से लगने वाली सरहद पर अपनी तैनाती को काफी मजबूत किया है।
बता दे कि इस बातचीत के दौरान जनरल मनोज पांडे ने आगे यह भी कहा कि हमने चीन सरहद पर अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है और हमारी पूरी कोशिश है कि लद्दाख में पुरानी स्थिति को कायम किया जाए। भारतीय सैनिक महत्वपूर्ण पदों पर हैं और यथास्थिति में किसी भी बदलाव या क्षेत्र के किसी भी नुकसान की अनुमति नहीं देंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति को सामान्य बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने चीन द्वारा बलपूर्वक यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा और भड़काऊ कार्रवाई का पर्याप्त जवाब दिया है।
गौरतलब है कि जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को यानि एक दिन पहले ही भारतीय सेना के नए सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला है। जनरल पांडे ने साउथ ब्लॉक में एक ब्रीफ सेरेमनी में जनरल नरवणे से पदभार ग्रहण किया। वे जनरल एम.एम. नरवणे के सेवानिवृत्त होने के बाद पांडे 29वें थलेसना प्रमुख बने हैं। नरवणे शनिवार को ही रिटायर्ड हो गए हैं। यहां यह भी बता दे कि सेना प्रमुख बनने से पहले बहुत समय तक जनरल पांडे भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड को भी लीड किया है जो कि सीधे-सीधे चीन को टारगेट करता है,शायद यही वजह रही कि सेना प्रमुख का पद संभालते हीं उन्होंने सबसे पहले चीन को ध्यान में रखकर चेतावनी दी।