
हिंसक झड़प के दौरान सुरक्षाबल और उपद्रवी(फाईल फोटो)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इस समय लाॅ एंड आर्डर बहुत बुरी तरह से प्रभावित होते दिख रहा है,भयंकर गृहयुद्ध की स्थिति बनती नजर आ रही है। क्योंकि मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के हजारों की तादाद में समर्थक एक बार फिर से इस्लामाबाद की ओर बढ़ने लगे हैं।

पाक सुरक्षाबल (फाईल फोटो)
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से सरकार के साथ किए गए वादों पर कायम रहने का आह्वान किया है। रशीद ने साथ ही चेतावनी दी कि अगर समूह ऐसा करने में विफल रहा तो चीजें उनके हाथ से बाहर चली जाएंगी। मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार समूह को इस्लामाबाद में प्रवेश करने से रोकेगी।
रशीद ने प्रदर्शनकारियों से वापस लौटने का आग्रह किया है, अन्यथा राज्य के पास अपना अधिकार स्थापित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा होगा। राशिद ने कहा कि सरकार हिंसा नहीं चाहती है, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान देश को बंधक भी नहीं बनने देंगे। टीएलपी प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आपका नुकसान हमारा नुकसान है।’
गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने हाल के दिनों में समूह के प्रमुख साद हुसैन रिजवी सहित टीएलपी नेतृत्व से कई बार बात की थी और शुक्रवार और शनिवार को फिर से उनसे बात करेंगे। हालांकि, बातचीत (टीएलपी) के लौटने के बाद ही होगी। अहमद ने कहा कि टीएलपी ने सड़कों को खोलने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है और समूह को अपना वादा पूरा करना चाहिए।
बताया जा रहा है कि हजारों की तादाद में ये कट्टरपंथी इस्लामाबाद पर कब्जे के लिए बढ़ रहे हैं। इनमें से कई के पास घातक हथियार भी हैं। इन्हें रोकने के लिए पाकिस्तानी सेना से जुड़े रेंजर्स को तैनात किया गया है। रेंजर्स के ऐक्शन पर दोनों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
रिपोर्ट्स बयां कर रही हैं कि पाकिस्तान में हालात सुरक्षाबलों के हाथों से निकलता जा रहा है, जानकारों का कहना है कि यदि जल्द हालात जल्द नियंत्रण में नहीं किये गए तो कुछ कहा नहीं जा सकता कि पाकिस्तान में कब क्या हो जाए ?
