नई दिल्ली। तालिबान के उद्घाटन समारोह में रूस नहीं हो है शामिल,क्रेमलिन स्थित रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। इससे पहले रूस के ऊपरी सदन के प्रवक्ता ने इस हफ्ते के शुरू में कहा था कि रूस के राजदूत स्तर के अधिकारी तालिबान सरकार के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि तालिबान ने अपनी सरकार के शपथग्रहण में गिने-चुने देशों को ही आमंत्रित किया था। जिनमें रूस भी शामिल था।
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रूस ने इस कार्यक्रम में शामिल होने से क्यों मना किया,वजह साफ नही हो सका है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तालिबान की अंतरिम सरकार का जो मूल स्वरूप है, उसने रूस को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। उल्लेखनीय है कि तालिबान की अंतरिम सरकार में कई ऐसे नाम हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय अधिकृत सुरक्षा संगठनों द्वारा मोस्ट वांटेड हैं। यहीं नहीं उनके नाम पर काफी बड़ा इनाम भी घोषित है।
बताते चले कि 6 सितंबर को पंजशीर घाटी पर कब्जे के बाद तालिबान ने नई सरकार का ऐलान कर दिया था। तालिबान ने नई सरकार की ताजपोशी में शामिल होने के लिए पाकिस्तान, चीन तुर्की, कतर, रूस, और ईरान को बुलावा भेजा था। सूत्रों का कहना था कि इन देशों से अच्छे संबंधों के आधार पर तालिबान ने प्राथमिकता दी है।