
सांकेतिक तस्वीर।
काबूल/इस्लामाबाद। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाईन को लेकर सैकड़ों साल से जारी विवाद के दौरान अब तालिबान ने पाकिस्तानी सैनिकों के हमला बोल दिया है। रिपोर्ट है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बार्डर पर यानि डूरंड लाईन पर भीषण गोलाबारी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि गोलीबारी की यह घटना चमन-स्पिन बोल्डाक सीमा क्रॉसिंग पर हुई है। खबर है कि तालिबानी लड़ाकें तोप, मशीन गन और मोर्टार के जरिए पाकिस्तानी सेना पर लगातार घातक हमले कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना भी तालिबानियों को काउंटर अटैक करने में जुटी हुई हैं। इस हमले में कई पाकिस्तानी सैनिकों और पाक नागरिकों के मारे जाने की रिपोर्ट सामने आ रही है। तनाव इस कदर है कि फायरिंग लोकेशन पर तालिबान भारी संख्या में अपने लड़ाकों को भेज रहा है। साथ में चमन शहर को भी खाली करा रहा है।
वहीं, इस हमले के दौरान भारी संख्या में पाक नागरिकों, महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए हैं। तालिबानी इतने भीषण तरीकें से हमले कर रहे हैं कि अफगान सीमा पर मौजूद पाकिस्तानी इलाकों को खाली करा दिया गया है। तालिबानी कई भारी हथियारों की मदद से पाकिस्तानी इलाकों पर बारूद बरसा रहे हैं। इस बीच कंधार के स्पिन बोल्डाक में तालिबानी कमांडर मावलावी मोहम्मद हाशिम के हवाले से दावा किया गया है कि ने दोनों ही सेनाओें के बीच फिर से संघर्ष शुरू हो गया है।
तालिबानी कमांडर ने यह भी दावा किया कि गोलीबारी के बाद भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। वहीं, तालिबानी सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सैनिक डूरंड लाइन पर उनके इलाके पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद तालिबान ने पलटवार किया है। बता दे कि इससे पहले रविवार को तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच इसी इलाके में भीषण गोलाबारी हुई थी। जहां इस हमले में करीब दर्जनों लोग मारे गए थे और कई लोग घायल हो गए थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया था कि तालिबान ने माफी मांगी है और भविष्य में फिर से हमला नहीं करने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच डूरंड लाईन दोनों देशों के बीच सैकड़ों साल का विवाद है, क्योंकि,डूरंड लाईन के दोनों ओर एक ही समुदाय से जुड़े लोग निवास करते हैं। यहां तक कि बार्डर के दोनों ओर रह रहे ये नागरिक बीच में किसी भी तरह की सीमाबंदी या घेराबंदी नहीं चाहते। जबकि पाकिस्तान हमेशा घेराबंदी करने के फिराक में रहता है। इसीलिए यहां अक्सर दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें होती रही है। यही कारण है कि इस बार यह झड़प अब भीषण जंग में बदलती दीख रही है।
