एक ड्रिल के दौरान ईरानी पोत, फाईल फोटो, साभार -(ईरान के MOD से)
तेल अवीव/तेहरान। ईरान के साथ जारी भीषण तनातनी के बीच इजरायल के लिए एक बुरी खबर सामने आई है,जिसमें दावा है कि चीन, ईरान और रूस ने तय किया है कि उनकी नौसेनाएं ओमान की खाड़ी में इस हफ्ते एक ज्वॉइन्ट ड्रिल को अंजाम देंगी। चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है। इस अभ्यास को ‘सिक्योरिटी बॉन्ड 2023’ नाम दिया गया है। इस अभ्यास में ईरान, रूस और चीन के अलावा पाकिस्तान, ओमान, और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भी हिस्सा ले रहे हैं।
इतना ही नहीं इस ड्रिल को लेकर चीन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि इस अभ्यास का मकसद उन देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाना है जो इसमें शामिल हो रहे हैं। चीन की मानें तो यह अभ्यास क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएगा जिससे शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। बता दे कि यह अभ्यास रविवार तक चलेगा।
इस बीच यह भी जानकारी सामने आई है कि इस अभ्यास के लिए चीन की तरफ से गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर नानिंग भेजा गया है। यह डेस्ट्रॉयर समंदर में सर्च एंड रेस्क्यू के अलावा दूसरे गैर-युद्धक मिशन को अंजाम देगा। तीनों देशों ने साल 2019 में भी इस तरह की एक ड्रिल की थी। अमेरिका और इसके साथियों ने हमेशा से ही इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती दखलंदाजी को लेकर चिंता जताई है। मालूम हो कि पिछले ही हफ्ते चीन की वजह से सऊदी अरब और ईरान के बीच एक समझौता हुआ है। इस समझौते के बाद दोनों देश सात साल की दुश्मनी को भुलाकर साथ आने को तैयार हुए हैं। जबकि सऊदी अरब और अमेरिका के रिश्ते साल 2018 से ही बिगड़े हैं जब जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या हुई थी।
वहीं,एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि इस ड्रिल को लेकर इजरायली ऐजेंसियां लगातार सक्रिय है,इतना ही नहीं इजरायल इस दौरान अतिरिक्त सतर्कता भी बरत रहा है। दरअसल,इस समय इजरायल भी एक गंभीर राजनैतिक संकट
का सामना कर रहा है,अब ऐसे में इजरायली सुरक्षा ऐजेंसियों के सामने देश के भीतर और बाहर दोनों हीं ओर बेहद गंभीर चुनौतियां है।