सांकेतिक तस्वीर
लंदन। ब्रिटेन की पुलिस ने लंदन में स्थित खालिस्तान मूवमैंट से जुड़ी सिख फार जस्टिस (SFJ) के कार्यालय में छापा मारकर भारत के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि ‘जनमत संग्रह’ का सहारा लेकर एक अलग सिख राष्ट्र बनाने व खुद को एक अलग स्थान पर पहुंचाना चाहता है यह संगठन। वहीं, पुलिस की ओर से यह भी बताया गया कि एक अलग सिख राष्ट्र की आवाज बुलंद करते खालिस्तानियों के कार्यक्रम में बेहद ही कम लोगों ने भाग लिया था।
बताते चले कि यूके में भारतीय समुदाय से लंदन में स्थित सिख समुदाय से, कुछ विश्वसनीय इनपुट के अनुसार, यूके मेट्रोपालिटन पुलिस ने 15 नवंबर को 356 बाथ रोड, हाउंस्लो (यूके) के साड्डा सुपरस्टोर की पहली मंजिल पर स्थित सिख फार जस्टिस (एसएफजे) के कार्यालय पर छापा मारा था।
जहां पर पुलिस ने एसएफजे द्वारा आयोजित ‘जनमत संग्रह’ से संबंधित सभी इलेक्ट्रानिक उपकरणों और दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया। बताया गया कि ‘जनमत संग्रह’ बहुत कम लोगों के भाग लेने के साथ ही एक तमाशा निकला, ऐसी अटकलें रहीं कि एसएफजे सदस्य नकली पहचान पत्र बनाने के लिए विभिन्न इलेक्ट्रानिक उपकरणों का उपयोग कर रहे थे।
गौरतलब है कि इस दौरान पुलिस ने पाकिस्तान से संबंध रखने वाले एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। ‘जनमत संग्रह’ को ब्रिटेन में रहने वाले आठ लाख से अधिक सिख प्रवासियों ने पूरी तरह से खारिज कर दिया। वोट देने आए केवल खालिस्तानियों का एक चुनिंदा समूह और बिना किसी विशेष झुकाव वाले कुछ तटस्थ व्यक्ति थे, जिन्हें किसी न किसी बहाने मतदान केंद्रों पर ले जाया गया।
इसी कड़ी में यह यह भी साफ किया जा रहा है कि भारत में किसान आंदोलन के दौरान इसी साल 26 जनवरी को नई दिल्ली में हुए हिंसक झड़प में जांच के दौरान एसएफजे का नाम आया जो कि खालिस्तान मूवमैंट का समर्थन करने वाला संगठन है जिस संबंध में देश की बड़ी ऐजेंसी एनआइए की एक टीम कनाडा के दौरे पर हाल में गई थी और वहां की सरकार को इस संगठन को आतंकी संगठन की तरह प्रतिबंधित करने का अनुरोध भी की थी, फिलहाल में यह ऐजेंसी इस संगठन पर कड़ी नजर बनायी हुई है।