अफ्रीकी देशों में सक्रिय आतंकियों की (फाईल फोटो)
नई दिल्ली। अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में एक आतंकी हमलें के दौरान 41 लोगों की मौत होने की रिपोर्ट सामने आई है, इस दौरान सरकार के तरफ से दो दिन का शोक घोषित किया गया है।
बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर इस आतंकी हमले को अंजाम दिया है।
बताते चले कि इस्लामिक चरमपंथियों ने पिछले हफ्ते इस हमले को अंजाम दिया था, जिसकी जानकारी अब सामने आई है,मरने वालों में देश की सेना की मदद करने वाले एक स्वयंसेवी संगठन के प्रमुख नेता भी शामिल हैं। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी सरकार के प्रवक्ता अल्कासौम माईगा ने दिया है,इस दौरान दो दिनों के शोक की भी घोषणा की गई है।
बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिस्चियन काबोरे ने कहा कि गनम अपने देश के लिए शहीद हो गए और ‘वह निश्चित तौर पर दुश्मन से लड़ने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता के प्रतीक होंगे।’ आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट के एक वरिष्ठ शोधकर्ता हेनी नसाइबिया ने कहा, बुर्किना फासो के सबसे महत्वपूर्ण स्वयंसेवी संगठन के नेता की मौत ने दहशत की भावना पैदा कर दी है।
गौरतलब है कि कभी शांतिपूर्ण पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र रहे बुर्किना फासो में आतंकी हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं,और इन हमलों में आतंकी संगठन अलकायदा और इस्लामिक स्टेट का नाम सामने आ रहा है। इसी तरह करीब एक महीने पहले भी हुए एक आतंकी हमले में 53 लोग मारे गए थे, यह बुर्किना के सुरक्षा बलों पर कई साल में हुआ सबसे घातक हमला था, सरकार के प्रवक्ता अल्कासौम माईगा ने एक बयान में कहा, ‘इस दर्दनाक परिस्थिति में और मातृभूमि की रक्षा में शहीद हुए बहादुर वीडीपी और नागरिकों को श्रद्धांजलि के लिए बुर्किना फासो के राष्ट्रपति ने रविवार से 48 घंटे के राष्ट्रीय शोक का आदेश दिया है।’
पिछले चार साल से जारी इस्लामिक चरमपंथियों के आतंकी हमलों को रोक पाने में नाकाम रही सरकार को बीते कुछ महीनों से इन घातक हमलों का सामना करना पड़ रहा है। आतंकियों के हमलों में सालेह क्षेत्र के हजारों लोगों की मौत हुई है और करीब दस लाख लोगों को अपना घर छोड़कर पलायन करना पड़ा है। आतंकी संगठनों अल कायदा और इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने क्षेत्र की सेनाओं को भारी नुकसान पहुंचाया है, बुर्किना फासो, नाइजर और माली जैसे देशों में लगभग हर हफ्ते इन हमलों में सैनिकों की भारी संख्या में मौतें हो रही हैं।