अलमाटी में हिंसा के दौरान (फाईल फोटो)
अलमाटी/मॉस्को। एलपीजी गैस सहित कई अन्य वस्तुओं का दाम बढ़ने से पिछले एक सप्ताह से कजाखिस्तान में जारी हिंसा अपने विकराल रूप में पूरे देश में फैल गई थी,माहौल इतना भयावह था कि देश के प्रधानमंत्री को इस्तीफा तक देना पड़ गया,जहां हालात पूरी तरह से बेकाबूं होते जा रहा था, जिसके बाद कजाख के राष्ट्रपति के अनुरोध पर रुस ने अपनी शांति सेना भेजा,जहां अब हालात पूरी तरह से नियंत्रण में दिख रहा है,इस दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि हमने विदेश समर्थित आतंकियों,अपराधियों और लुटेरों पर जीत हासिल कर ली है,कजाखस्तान बच गया है। उन्होंने कजाख नेतृत्व को आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा के लिए रूस के नेतृत्व वाला गठबंधन संकल्पबद्ध है। सोमवार को कजाखस्तान के सबसे बड़े शहर अलमाटी में गतिविधियां काफी हद तक सामान्य रहीं। बता दें कि कजाख के इतिहास में पिछले 30 सालों में ऐसी हिंसा कभी नहीं देखी गई थी।
सीक्रेट ऑपरेशन न्यूज पोर्टल के 7 जनवरी का रिपोर्ट।
अलमाटी में आगजनी से बर्बाद हुई इमारतों का मलबा और जली हुई कारों को हटाए जाने का काम दिन भर जारी रहा। इस दौरान सरकारी कार्यालय और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले। सड़कों पर आवागमन भी सामान्य रहा। लोगों ने घरों से बाहर आकर जरूरत का सामान खरीदा और हिंसा से निजात मिलने पर राहत की सांस ली। इस बीच हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की धरपकड़ के लिए सुरक्षा बलों का विशेष अभियान जारी है। जहां अभी तक करीब आठ हजार लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
दरअसल,वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कजाख के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, कजाखस्तान की बुनियाद को हिलाने की कोशिश को नाकाम करने में हम सफल रहे। कजाखस्तान को अस्थिर करने का प्रयास क्षेत्र में न तो पहला है और न आखिरी। हमें इसी तरह से तैयार रहना है। किसी भी बाहरी ताकत के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करनी है जिससे उसे यहां पर अराजकता फैलाने का मौका न मिले। इस दौरान कजाखस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने कहा, तख्तापलट की साजिश विफल कर दी गई है। अब हम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इससे पहले रूस ने आरोप लगाया था कि कजाखस्तान पश्चिमी साजिश का ताजा शिकार है। इससे पहले जार्जिया, यूक्रेन, किर्गिस्तान और आर्मेनिया को पश्चिमी ताकतों ने निशाना बनाया था।
गौरतलब है कि सोमवार को वर्चुअल संबोधन के दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने सीक्रेट ऑपरेशन न्यूज पोर्टल के बीते 7 जनवरी के उस रिपोर्ट पर मुहर लगा दिए जिसमें रिपोर्ट किया गया था कि यूक्रेन सीमा पर जारी तनाव के दौरान रूस की तरफ से सीमा पर भारी तैनाती के चलते,रूस के दुश्मनों का पसीना छूट रहा था,जिस वजह से कजाख में एक सोची समझी रणनीति के तहत हिंसा भढ़काई गई थी,जिसके लिए रूस के दुश्मन देश जिम्मेदार है,और इस पूरे घटनाक्रम को एक खास मिशन के तहत रूस के दुश्मनों ने अंजाम दिया था ताकि यूक्रेन सीमा से रूस डायवर्ट होकर कजाख में उलझे,हालांकि इस रिपोर्ट को दुनिया भर के कई मीडिया संस्थान संतुलित तरीके से प्रस्तुत किये लेकिन सीक्रेट ऑपरेशन न्यूज पोर्टल समूह ने खोजी पत्रकारिता के सिध्दांतों का पालन करते हुए,इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया और अब पुतिन के ताजे बयान से इस रिपोर्ट पर मुहर भी लग गयी।