सांकेतिक तस्वीर।
तेलअवीव/तेहरान। मिडिल-ईस्ट में एक बार फिर तनाव बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं,दरअसल ईरान के एक वैज्ञानिक और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है,जिस वजह से तेहरान को शक है कि इस हत्याकांड को इजरायल की खुफिया ऐजेंसी मोसाद ने अंजाम दिया है। चूंकि मारे गए ईरानी वैज्ञानिक हथियारों का विशेषज्ञ था और वहीं मारे गए ईरानी सैन्य अधिकारी की पहचान कर्नल अली इस्माइलजादेह के रूप में हुई है।
बताते चले कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस हत्याकांड में मोसाद का हीं हाथ है। दरअसल,कर्नल अली की हत्या ऐसे समय पर हुई है जब कुछ दिनों पहले ही कर्नल सैयद खोदाएई की तेहरान स्थित उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई थी। कर्नल अली और कर्नल सैयद दोनों ही ईरानी सेना की अति प्रशिक्षित कुद्स फोर्स के सदस्य थे। इससे पहले इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि उन्होंने ही कर्नल सैयद की हत्या की थी।
चूंकि,कर्नल सैयद और कर्नल अली दोनों ही ईरान की सेना रिवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स के यूनिट 840 के सदस्य थे। जहां इस यूनिट को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकी संगठन बता चुके हैं। वहीं,इजरायल का आरोप है कि यूनिट 840 के सदस्य विदेशों में लोगों को मारने के लिए मिशन चलाती
वहीं,कर्नल सैयद के बारे में कहा जाता था कि वह यूनिट के डेप्युटी कमांडर थे। इस हत्याकांड के बाद ईरानी सेना के कमांडर ने चेतावनी दी थी कि दुश्मन के किसी भी दुष्ट कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा। इस दौरान ईरान की तरफ से यह कहा गया कि यहूदीवाद को उसके अपराधों के लिए सजा दी जाएगी। इस बीच इजरायल ने तनाव को देखते हुए अपने नागरिकों को तुर्की की यात्रा पर जाने को लेकर चेतावनी दी है।