एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूस ने नाटों के बार्डर पर घातक परमाणु हथियारों का परीक्षण करने का किया बड़ा दावा, तनाव चरम पर – हेमंत सिंह/नित्यानंद दूबे


परमाणु परीक्षण की सांकेतिक तस्वीर।

कीव/मॉस्को। पिछले सात महिनों से रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग पिछले कुछ दिनों से बेहद नाजुक दौर से गुजर रही है। जहां इस दौरान दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर दबाव बनाने के लिए तमाम तरह के हथकंडें अपना रहे हैं। इस बीच खबर है कि रूसी फौज ने हाल ही में नाटों के बॉर्डर पर परमाणु मिसाइल हमलों और कैमिकल अटैक की अभ्यास किया है,जिसकी पुष्टि खुद मॉस्को ने भी किया है। बता दे कि रूस की तरफ से दावा किया गया है कि उसके सैनिकों ने बीते बुधवार को कलिनिनग्राद के पश्चिमी एन्क्लेव में नकली परमाणु मिसाइल हमले किए हैं,चूंकि यह अभ्यास ऐसे समय पर किया गया है जब पिछले हफ्ते ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के चार इलाकों को औपचारिक रूप से रूस में शामिल करने का ऐतिहासिक ऐलान किये हैं।

दरअसल,रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर जारी एक बयान में कहा गया है कि बीते बुधवार को नाटों के सदस्य देश पोलैंड और लिथुआनिया से लगे एन्क्लेव में रूस ने परमाणु-सक्षम इस्कंदर मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम के नकली ‘इलेक्ट्रॉनिक लॉन्च’ का अभ्यास किया है।

बताते चले कि जंग की शुरुआत से ही रूस की तरफ से दुश्मन को कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी जा चुकी हैं। चूंकि यह धमकी यूक्रेन को लगातार हथियार मुहैया कराने पर नाटों को दिया जाता रहा है। इतना ही नहीं हाल ही में पुतिन ने यूक्रेन के कब्जे वाले इलाकों की रक्षा के लिए ‘किसी भी माध्यम के इस्तेमाल’ की चेतावनी भी दी थी।

वहीं,नाटों भी पुतिन की धमकियों का उन्हीं की भाषा में जवाब दे रहा है। बता दे कि कुछ दिनों पहले ही नाटों चीफ ने कहा था कि पुतिन के हालिया कदम ने दुनिया को परमाणु तबाही के एक कदम और करीब ला दिया है। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन को अपने समर्थन को लेकर दृढ़ हैं क्योंकि वह रूसी हमले से अपना बचाव कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा था कि यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए जिन उपकरणों की आवश्यकता होगा, हम वे मुहैया कराना जारी रखेंगे।

इतना ही नहीं रूस की यूक्रेन के खिलाफ बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए नाटों के नौ यूरोपीय सदस्य देशों ने एक दिन पहले ही यानि रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर यूक्रेन को सदस्यता देने का समर्थन किया है, इतना ही नहीं उन्होंने सभी 30 सदस्य देशों से बढ़-चढ़कर यूक्रेन की सैन्य मदद करने की भी अपील की है, गौरतलब है कि नाटों की सदस्यता के लिए सभी 30 देशों की मंजूरी मिलनी आवश्यक है और यूक्रेन को जल्द ही संगठन की सदस्यता मिलने की संभावना नहीं है।

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