नई दिल्ली,(हि.स.)। सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी अगले सप्ताह अल्जीरिया की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। उनकी यह यात्रा भारत के राष्ट्रपति और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की हाल ही में अल्जीरिया दौरों के बाद हो रही है, जिसने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों में आपसी सहयोग की नींव रखी है।
भारतीय सेना ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि जनरल उपेंद्र द्विवेदी की अल्जीरिया यात्रा विदेशों में भारत की रणनीतिक गतिविधियों को मजबूत करने में सेना की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करती है। भारतीय सेना प्रमुख से सेनाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने, प्रशिक्षण आदान-प्रदान का विस्तार करने और क्षमता विकास पहलों को बढ़ाने पर चर्चा की उम्मीद है। अल्जीरिया में मुख्यतः समान उपकरणों का संचालन होने के कारण भारत परिचालन विशेषज्ञता साझा करने, रखरखाव और प्रशिक्षण सहायता प्रदान करने और रक्षा प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अच्छी स्थिति में है।
भारतीय सेना का कहना है कि सेनाध्यक्ष की यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के बीच रक्षा औद्योगिक साझेदारी, विशेष रूप से आधुनिकीकरण, रसद और उपकरण सहायता के क्षेत्रों के अवसरों का पता लगाने की भी उम्मीद है। जनरल द्विवेदी आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता के भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण को भी साझा करेंगे और क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। इन विचार-विमर्शों से दोनों सेनाओं के बीच विश्वास, अंतर-संचालन और व्यावहारिक सहयोग के निर्माण में योगदान मिलने की उम्मीद है।
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