सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जबसे बलूचो के मौलिक अधिकारों का हनन करने के बाद चीनी प्रोजेक्ट को लगाने की मंजूरी दी गयी है, उसके बाद से ही चीनी नागरिकों एवं इंजीनियर पर हमले शुरू हुए हैं। शुरूआती हमलों में बीजिंग बहुत सामान्य रहा लेकिन जब निरंतर चीनी नागरिकों की मौत की रिपोर्ट सामने आने लगी तो बीजिंग का गुस्सा सातवें आसमान पर हो गया। अब ऐसे में इस्लामाबाद की मजबूरी बन गई कि वह चीन को सुरक्षा की गारंटी दे लेकिन बात न बनते देख, शहबाज शरीफ सरकार ने अब नया पैंतरा खेला है जिसके मुताबिक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अशांत बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर के लोगों से चीनी निवेशकों समेत विदेशी निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया, जो गरीब लेकिन संसाधन संपन्न प्रांत के विकास के लिए भारी निवेश कर रहे हैं। दरअसल,ग्वादर चीन द्वारा विकसित और संचालित रणनीतिक बंदरगाह के लिए जाना जाता है।
बता दे कि इसी साल के अप्रैल में प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज ने शुक्रवार को दूसरी बार क्षेत्र का दौरा किया और ग्वादर बिजनेस सेंटर में मछुआरों व अन्य लोगों की एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान शरीफ ने लोगों से कहा कि मित्र देश पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना उनकी जिम्मेदारी है।
इतना ही नहीं शहबाज ने आगे भी कहा कि “चीन, सऊदी अरब, यूएई, तुर्की, कतर और अन्य देश 75 वर्षों से पाकिस्तान को वित्तीय और राजनयिक मदद व सहयोग दे रहे हैं और देश को मुश्किल समय से बाहर निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा, ”अगर हम उनके निवेशकों, इंजीनियरों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं, तो वे वापस चले जाएंगे।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान में बलूच विद्रोही एक सशस्त्र संगठन के जरिए पाक फौज को हमेशा टारगेट कर रहे हैं,जहाँ इस दौरान चीन अपने कुछ प्रोजेक्ट यहा लांच किया हुआ हैं जिसमें कि चीनी नागरिक बतौर श्रमिक व अन्य पदों के माध्यम से चीन के इस प्रोजेक्ट को लीड कर रहे हैं,जिसे लेकर बलूचो में भारी आक्रोश है, जिस वजह से अक्सर बलूचो की तरफ से इन चीनी नागरिकों पर जानलेवा हमला होता रहा है।