सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत के बढ़ते दबाव के बीच पाकिस्तान ने शुक्रवार को स्वीकार करते हुए खुलासा किया कि उसकी जेलों में 682 भारतीय कैदी बंद हैं। बता दे कि यह खुलासा तब हुआ जब यह जब भारत और पाकिस्तान ने अपने यहां बंद कैदियों की लिस्ट एक दूसरे से शेयर की।
दरअसल,दोनों देश 2008 में हुए एक समझौते के तहत जेलों में बंद असैन्य कैदियों और मछुआरों की सूची साझा करते हैं। इसी सूची के आदान-प्रदान के दौरान पाकिस्तान ने उसकी जेलों में बंद भारतीय कैदियों की संख्या की पुष्टि की।
और यह सूची साल में दो बार यानि एक जनवरी और एक जुलाई को साझा की जाती है। वहीं,पाकिस्तान के विदेश विभाग ने कहा है कि पाकिस्तान ने यहां भारतीय उच्चायोग को उसकी जेलों में बंद 682 भारतीय कैदियों की सूची साझा की,जिसमें 49 आम नागरिक और 633 मछुआरे शामिल हैं।
उधर,नई दिल्ली ने शुक्रवार को पाकिस्तान से उसकी हिरासत में रखे गए 536 भारतीय मछुआरों और अन्य कैदियों की सूची सामने आते हीं तत्काल पाकिस्तान को इन भारतीय कैदियों रिहा करने को कहा है।
वहीं,इसी कड़ी में भारत के विदेश मंत्रालय ने भी कहा है कि उसके यहां भी 309 पाकिस्तानी नागरिकों एवं वहां के 95 मछुआरों की सूची सौंपी है। जो भारत की हिरासत में हैं।
इस दौरान भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार ने अपने नागरिकों सहित भारतीय रक्षा कर्मियों, मछुआरों को जल्द रिहा करने एवं वापस भेजने के लिये पाकिस्तान से कहा है जो उसकी हिरासत में हैं। इसके अलावा नौकाओं को भी लौटाने को कहा गया है।’’
बयान के अनुसार, इस संदर्भ में पाकिस्तान से उसकी हिरासत में मौजूद उन 536 भारतीय मछुआरों और तीन अन्य कैदियों को रिहा करने को कहा गया है जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है और उनकी नागरिकता की पुष्टि हो गई है तथा इसके बारे में उसे सूचित कर दिया गया है ।