भारतीय युध्दपोत,फोटो साभार -(सोशल मीडिया)
नई दिल्ली। खाड़ी में जारी भीषण जंगी तनातनी के बीच इंडियन नेवी ने भी हाल ही में अपने कई जंगी युध्दपोतों को अरब सागर और यमन के तट पर तैनात कर दिया है। इस तैनाती के पीछे यह दावा किया गया कि लाल सागर में हूतियों के हमले से इन तमाम विदेशी कार्गो शिप को बचाना है। जहां इस बीच “सीक्रेट आपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह को कुछ विश्वस्त सूत्रों द्वारा बेहद चौंकाने वाली जानकारी मिली है,इन सूत्रों का कहना है कि इन भारतीय जंगी युध्दपोतों की लगातार निगरानी करने और इन पर हमला करने के लिए पाकिस्तानी नौसेना ने भी एक सीक्रेट मिशन के तहत अपने कई पनडुब्बीयों को समुद्र में उतार दिया है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इन पाकिस्तानी पनडुब्बीयों के कमांडरों को यह साफ निर्देश दिया गया है कि समुद्र में हूतियों की निगरानी कर रहे और उन पर हमला करने वाले इन भारतीय युध्दपोतों को मौका मिलते हीं उनको निशाना बनाना है। दावें में आगे भी कहा गया है कि इन पाकिस्तानी पनडुब्बीयों में ईरान निर्मित टारपीडो भी भारी संख्या में मौजूद है,इस ईरानी टारपीडो मिसाइलों के इस्तेमाल करने के पीछे बड़ी वजह यह है कि ताकि जांच के दौरान इस तरह के हमलों के लिए ईरान और हूती आतंकी जिम्मेदार माने जाये। खाड़ी के कई देशों से आफ रिकार्ड पाकिस्तानी नौसेना ने इन ईरानी टारपीडो मिसाइलों को भारी संख्या में हासिल कर रखा है।
इतना ही नहीं इस दावें में आगे यह भी बताया गया है कि समुद्र में भारतीय युध्दपोतों पर हमला करने से पहले उन पर फेक ड्रोन से फर्जी भूमिका रची जायेगी,जिससे भारतीय नौसैनिक गुमराह होकर वें अपना पूरा फोकस दुश्मन के इन फर्जी ड्रोन पर लगा देंगें फिर समुद्र की गहराई में मौजूद दुश्मन के इन पनडुब्बीयों से ईरान निर्मित टारपीडो मिसाइलों से इन भारतीय युध्दपोतों को हिट कर दिया जायेगा। ऐसे में भारतीय नौसेना को अत्यंत सावधान रहने की जरूरत है, यानि जितनी सतर्कता पानी के उपर और आसमान में हो उससे कहीं अधिक समुद्र की गहराई में भी होना चाहिए। मालूम हो कि “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह के इस तरह के कई दावें अब तक सौ फीसदी सच साबित हुए हैं।
गौरतलब है कि इजरायल जंग के बीच हूती आतंकियों ने हमास के समर्थन में लाल सागर में आये दिन तमाम विदेशी व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं, जहां इस तरह के हमलों से निपटने के लिए अमेरिका ने बीस देशों की नौसेना के सहयोग से एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। इसी बीच भारत के गुजरात प्रांत के पोरबंदर तट से करीब 350 किलोमीटर दूर अरब सागर भारत आ रहे एक विदेशी कार्गो शिप पर एक संदिग्ध ड्रोन हमलें को अंजाम दिया गया, हालांकि इस हमलें में मामूली नुकसान का रिपोर्ट दर्ज किया गया, वहीं इस हमले के लिए पेंटागन ने सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहराया,जिसे तेहरान ने सिरे से खारिज भी कर दिया। लेकिन इस हमले से सबक लेते हुए भारतीय नौसेना ने भी अपने कई युद्धपोतों को अरब सागर में उतार दिया है। जो कि अब दुश्मन के निशाने पर है। ऐसे में इन भारतीय युध्दपोतों को अत्यंत सावधान रहने की जरूरत है।