पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी,फोटो साभार (सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद/नई दिल्ली। देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के उपर सनसनीखेज खुलासा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के बाद एक बयान जारी करके हामिद अंसारी ने इन सारी बातों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने कभी नुसरत मिर्जा को भारत बुलाया और न ही वह उनसे मिले। बता दे कि इस खुलासे के बाद हीं भाजपा ने कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था।
दरअसल,उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि मीडिया का एक धड़ा और भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता मेरे बारे में झूठ फैला रहे हैं कि उपराष्ट्रपति रहते हुए मैंने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को बुलाया था। मेरे बारे में कहा जा रहा है कि नई दिल्ली में आयोजित आतंकवाद पर एक कॉन्फ्रेंस मैं नुसरत से मिला था। यह भी कहा जा रहा है कि ईरान में राजदूत रहते हुए मैंने देश के साथ गद्दारी की। सभी जानते हैं कि सरकार की सलाह पर ही विदेशी एक्सपर्ट्स को बुलाया जाता है।
उन्होंने बयान में कहा, ‘मैंने 11 दिसंबर 2011 को आतंकवाद पर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया था। जिन लोगों को बुलाया गया था उनकी लिस्ट आयोजकों द्वारा ही बनाई गई थी। मैंने न तो उन्हें कभी बुलाया और न ही मुलाकात की।’
इसी कड़ी में अंसारी ने आगे भी कहा कि ईरान में राजदूत के तौर पर मेरा काम सरकार की जानकारी में रहता था। मैं देश की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हूं और ऐसे मामलों में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बचता हूं। भारत सरकार के पास इस मामले में सारी जानकारी है और वही सच बताने के लिए अधिकृत है। तेहरान में राजदूत रहने के बाद मैं यूएन में भारत का स्थायी प्रतिनिधि बना था और मेरे काम के बारे में सबको जानकारी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा ने दावा किया था कि 2005 से 2011 के बीच वह पांच बार भारत गए। दावा है उन्हें उस वक्त के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने एक कॉन्फ्रेंस में बुलाया था। उन्होंने यूट्यूबर से बात करते हुए कहा था कि भारत दौरे के समय उन्हें विशेष छूट मिलती थी। वह सात शहरों में जा सकते थे। वह भारत से सूचनाएं इकट्ठा करके आईएसआई को दिया करते थे। नुसरत के इस दावें से भारत में सियासी हड़कंप सा मच गया,जहां इस मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर सवालों की बौछार लगा दी। चूंकि जिस समय का खुलासे में जिक्र किया गया है उस समय भारत में कांग्रेस की केंद्र में सरकार थी और इसी सरकार के कार्यकाल में हामिद अंसारी को उप राष्ट्रपति के पद पर कांग्रेस द्वारा निर्वाचित किया गया था।