सांकेतिक तस्वीर।
बीजिंग/इस्लामाबाद। दुश्मन देशों के मिलिट्री हेडक्वार्टर्स और एअरफोर्स के अलावा अन्य डिफेंस सेक्टर में जबरदस्त सायबर हमला हुआ है,जहां इस हमले के लिए चीन और पाकिस्तान, भारत को जिम्मेदार मान रहे हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान एयरफोर्स और चीन के सुरक्षा संस्थानों पर अज्ञात हैकरों ने जबरदस्त सायबर हमला करते हुए बहुत सारी सीक्रेट डाकुयूमेंट को हैक कर लिया है।और यह घटना इस साल मई में हुई लेकिन इसी माह पाकिस्तान में करीबी मिलिट्री ऑफिशियल्स के बीच इसके लीक होने से हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान और चीन दोनों ही इस समय साथ मिलकर साइबर सिक्योरिटी की दिशा में काम कर रहे हैं। दोनों देशों का दावा है कि भारत के हैकर्स उनके साइबर स्पेस की जासूसी की है।
यह भी कहा जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों ने माना है कि करीब 15000 ऐसी सीक्रेट फाइल्स को हैक किया गया है जिसमें पाकिस्तान डिफेंस के टाॅप सीक्रेट रिपोर्ट्स थी जो कि बेहद संवेदनशील थी। बता दे इस हमले में दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा है। इसीलिए दोनों देशों में हड़कंप मचा हुआ है। इसी कड़ी में ठीक इसी तरह की एक और घटना की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि इस साल के मार्च में भी पाकिस्तान की नेवी के सिस्टम पर इसी तरह का सायबर अटैक किया गया था।
दरअसल,चीन के सरकारी मीडिया में एक रिपोर्ट इस महीने आई थी,जिसमें कहा गया था कि हैकर्स भारत में ही हैं और वो एक-एक करके कई हमले लगातार कर रहे हैं। उनके ऐसे ही हमलों में पिछले साल चीन के मिलिट्री संस्थानों को निशाना बनाया गया था। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि हैकर्स न सिर्फ डाटा चोरी कर रहे हैं बल्कि वो एनर्जी से जुड़ा पूरा इनफ्रास्ट्रक्चर ही डैमेज कर रहे हैं।
गौरतलब है कि चीन और पाकिस्तान,भारत की सेनाओं के खिलाफ कई तरह के ऐसे ही साइबर अटैक्स को अंजाम देते रहे हैं। जहां अक्टूबर 2020 में भी भारत में ऐसे ही एक साइबर अटैक हुआ था जिसके बाद मुंबई में बड़े पैमाने पर बिजली संकट पैदा हो गया था। हालांकि चीन ने इसे मानने से इनकार कर दिया था। फिलहाल,इस ताजे सायबर हमलें को दुश्मन भारत की तरफ से किये गये काउंटर हमले के तौर पर देख रहा है। लेकिन एक बात तो तय है कि दुश्मन पर इस तरह का सायबर अटैक दुश्मन को भारी क्षति पहुंचाने के साथ-साथ दुश्मन को हिलाकर रख दिया है। यही वजह है कि पाकिस्तान और चीन की ऐजेंसियां इस ताजे घटनाक्रम से एकदम हिल सी गई है। अब इस हमले को कौन अंजाम दिया है इसकी पुष्टि अभी तक तो नहीं हो सकी है। लेकिन चीन और पाकिस्तान इसे भारत की हरकत मानकर चल रहे हैं।