सांकेतिक तस्वीर
इस्लामाबाद/काबुल। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच कभी भी हालात सामान्य नहीं रहे थे,लेकिन तालिबान का साथ देने के बाद ऐसा लग रहा था कि अब दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई है। लेकिन हाल की कई घटनाओं ने दोनों के बीच एक बार फिर गहरी दुश्मनी के बीज उगा दिये। दरअसल,तालिबानी रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन द्वारा लगातार हमलों को लेकर पाकिस्तान को सरकार को खुली धमकी दी है। बता दे कि अमेरिकी ड्रोन हमले में ही पिछले दिनों अलकायदा के संस्थापक अयमान अल जवाहिरी की काबुल में मौत हो गई थी। जहां इस हमले से बौखलाए तालिबान ने अब पाकिस्तान को खुली धमकी देते हुए कहा कि तालिबान का खुफिया तंत्र बताता है कि अमेरिकी ड्रोन पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में प्रवेश कर रहे हैं।
मुल्ला याकूब ने कहा कि अमेरिकी फौज अफगानिस्तान से वापस गईं तो लेकिन उन्होंने देश के रेडॉर सिस्टम को नष्ट कर दिया जिस वजह से अमेरिकी Dron तकनीकी तौर पर डिटेक्ट नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन हमारा खुफिया तंत्र यह बता रहा है कि अमेरिका के ड्रोन विमान पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में घुस रहे हैं। याकूब ने आगे भी कहा, ‘हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह अपने हवाई क्षेत्र को अमेरिकी ड्रोन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी नहीं दे।’
इससे पहले अमेरिका के रीपर ड्रोन ने काबुल में छिपकर रह रहे अलकायदा सरगना जवाहिरी को हेलफायर मिसाइलें दागकर मार गिराया था। जवाहिरी उस समय तालिबानी गृहमंत्री शिराजुद्दीन हक्कानी की सुरक्षा में था। बताया जा रहा है कि इस हमले में हक्कानी के कई रिश्तेदार भी मारे गए हैं। इसके बाद से तालिबानी नेतृत्व में काफी तनाव देखने को मिला है।
चूंकि अभी हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान कहा था कि अमेरिका के ड्रोन उसका हवाई क्षेत्र इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। मालूम हो कि पाकिस्तान और तालिबान के बीच इन दिनों रिश्ते बहुत खराब चल रहे हैं। कुछ दिनों पहले तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच भीषण गोलाबारी हुई थी। पाकिस्तान पर यह भी आरोप है कि वह टीटीपी आतंकियों के खिलाफ अफगानिस्तान में हमले कर रही है। जहां इस दौरान यह भी रिपोर्ट सामने आई थी कि एक आॅपरेशन के दौरान पाकिस्तानी सेना के एक सैन्य हैलीकॉप्टर को मार गिराया गया था जिसमे कि पाक फौज के कई सैन्य अफसर भी मारे गए थे। जहां इस हमले को लेकर पाकिस्तान ने तालिबान को दोषी ठहराया था लेकिन बाद में इस हमले की जिम्मेदारी बलूच विद्रोही संगठन ने ली और पाक फौज को चेताया भी। फिलहाल,तालिबान के रक्षामंत्री का यह ताजा बयान साफ संकेत दे रहा है कि अब तालिबान पाकिस्तान टारगेट कर सकता है।