सांकेतिक तस्वीर।
मॉस्को/कीव। जारी भीषण युद्ध के बीच एक बार फिर से रूस का करीबी बेलारूस चर्चा मे आ गया है। बताया जा रहा है कि रूसी फौज बेलारूस के बॉर्डर पर पहुंच चुकी है। जो कि यूक्रेन के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। जो कि अब रूसी सेना बेलारूसी सीमा की तरफ से यूक्रेन को घेरने की कोशिश में है। दरअसल,बेलारूस द्वारा रूसी सेना के साथ एक नए सैन्य संबंध की घोषणा के बाद यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में एक नए मोर्चे का सामना करना पड़ सकता है। बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने सोमवार को कहा कि उनके देश की 60,000-मजबूत सेना में से कुछ बेलारूस में रूसी सैनिकों के साथ तैनात होंगे। हालांकि, रूस और बेलारूस के इस नये प्लान के बारे में यूक्रेन को पहले से ही मालूम था।
बता दे कि बेलारूस ने यह घोषणा ऐसे समय में किया है जब रूस ने यूक्रेन पर अपना आक्रमण तेज कर दिया है। रूस ने सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव समेत उसके कई शहरों पर हमला किया जिसमें नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। राजधानी कीव में हमलों में आठ लोगों की जान जाने की भी खबर है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बाद में कहा कि यूक्रेन पर हमले मास्को नियंत्रित क्रीमिया प्रायद्वीप के एक पुल पर हमले समेत कीव की “आतंकवादी” कार्रवाई के जवाब में किए गए।
वहीं,बेलारूस के तानाशाह शासक लुकाशेंको ने बिना कोई सबूत दिए दावा किया है कि यूक्रेन बेलारूस पर हमला करने की तैयारी कर रहा था। एक मीडिया रिपोर्ट्स में भी यह खुलासा हुआ है कि राजधानी मिन्स्क में एक सुरक्षा बैठक के दौरान लुकाशेंकों ने कहा कि मैंने पहले ही कहा है कि यूक्रेन आज सिर्फ चर्चा नहीं कर रहा है, बल्कि बेलारूसी क्षेत्र पर हमले की योजना बना रहा है। बेशक, यूक्रेनियन को इसकी बिल्कुल जरूरत नहीं है। लेकिन फिर भी वे हमारी दक्षिणी सीमाओं पर दूसरा मोर्चा क्यों खोलना चाहते हैं ? सैन्य दृष्टिकोण से यह पागलपन है। इससे साफ हो गया है कि अब बेलारूस यूक्रेन के साथ तनाव बढ़ाने का झूठा बहाना बना रहा है। जो कि साफ संकेत है कि इस नये फ्रंट से अब रुसी फौज यूक्रेन पर घातक हमलों को अंजाम देने की बेहद खतरनाक तैयारी कर रही है।
उधर,बेलारूस की चेतावनी के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सीमा पर अंतरराष्ट्रीय मॉनीटरों की मांग की है। जेलेंस्की ने यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी मिशन का भी आह्वान किया है। जी7 राष्ट्रों के प्रमुखों के साथ एक वर्चुअल बैठक में शामिल हुए जेलेंस्की ने नेताओं से कहा कि उन्हें एक अंतर्राष्ट्रीय मिशन भेजना चाहिए जो बेलारूस के साथ यूक्रेनी सीमा की निगरानी करे। जी 7 की बैठक के दौरान, जेलेंस्की ने नेताओं से यूक्रेन को रूस के खिलाफ खुद को बचाने के लिए पर्याप्त एयर डिफेंस सिस्टम देने के साथ-साथ मॉस्को पर और भी सख्त नए प्रतिबंध लगाने का भी आह्वान किया है। जेलेंस्की के साथ बैठक के बाद सात देशों के समूह (जी-7) के नेताओं ने कहा कि वे ‘यूक्रेन के साथ ‘तब तक मजबूती से खड़े रहेंगे, जब तक यह जरूरी हो।
कुल मिलाकर यह साफ हो चुका है कि रूस अब बेलारूस की जमीन से यूक्रेन पर अब तक का सबसे ख़तरनाक हमलों को अंजाम देने की फिराक में है जिसमें परमाणु हमला भी शामिल हो सकता है। इसीलिए बेलारूस ने जारी जंग के बीच रूस के साथ पहले से और भी मजबूत डिफेंस समझौता किया है। इतना ही नहीं अब बेलारूस मॉस्को के इशारे पर बार्डर पर यूक्रेन के साथ तनाव बढ़ाने का बहाना भी बनाने में जुट गया है। हालांकि, इस साजिश की भनक जेलेंसकी को पहले ही लग चुकी थी इसीलिए यूक्रेन सतर्क हो गया।