एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

अमेरिका और यूरोपीय देशों के इशारे पर “इंटरपोल पुलिस” ने भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी “पन्नू” के खिलाफ वारंट जारी करने से किया साफ इंकार, वजह रूस-यूक्रेन जंग – विजयशंकर दूबे/राजेंद्र दूबे


सांकेतिक तस्वीर।

नई दिल्ली। रूस यूक्रेन जंग की कीमत अब भारत भी चुकाने को मजबूर हो रहा है, क्योंकि पश्चिमी देश लगातार भारत पर किसी न किसी बहाने दबाव बनाने में लगे हुए हैं। दरअसल, अमेरिका और यूरोपीय संघ भारत से रूस का विरोध चाहते हैं लेकिन भारत ऐसा नहीं कर पा रहा है। हालांकि, भारत कई मुद्दों पर रूस का विरोध कर रहा है लेकिन फिर भी नई दिल्ली के खिलाफ साजिश जारी है, जहां इसी कड़ी में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी “सिख फाॅर जस्टिस” के चीफ गुरूपतवंत सिंह उर्फ पन्नू के खिलाफ इंटरपोल पुलिस ने वारंट जारी करने से साफ इंकार करते हुए भारत को बड़ा झटका दिया है।

बताते चले कि गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तान समर्थक संगठन एसएफजे यानी सिख फॉर जस्टिस का संस्थापक और सरगना है। एक जुलाई 2020 को भारत ने इसे UAPA कानून के तहत आतंकवादी घोषित किया है। भारत में वह कई सारी आतंकी और देशविरोधी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है।

जहां भारत चाहता था कि अंंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो, लेकिन इंटरपोल ने ऐसा करने से मना कर दिया है। बावजूद इसके कि इंटरपोल खुद मानता है, पन्नू एक हाई-प्रोफाइल सिख अलगाववादी है और एसएफजे एक स्वतंत्र खालिस्तान की मांग करने वाला संगठन है। इंटरपोल का तर्क है कि एसएफजे का एक स्पष्ट राजनीतिक आयाम है और इंटरपोल के संविधान के अनुसार, रेड कॉर्नर नोटिस के लिए मानक पूरी नहीं करता।

मालूम हो कि गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका में रहता था और न्यूयॉर्क में वकालत करता था। उसका जन्म अमृतसर के खानकोट गांव में हुआ। बाद में वह विदेश चला गया और पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी ‘आईएसआई’ की मदद से पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को हवा देता रहता है। पन्नू युवाओं को खालिस्तान के लिए भड़काता रहता है।पन्नू वकालत करने के साथ ही खालिस्तान के समर्थन में गतिविधियां करता रहा है।

बता दे कि गुरपतवंत सिंह अमेरिका में बसा भारत का एक मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है। 1 जुलाई 2020 को उसे UAPA के तहत आतंकी घोषित किया गया था। तभी से उसके खिलाफ अमृतसर और कपूरथला में राजद्रोह का केस चल रहा है। बाद में NIA ने भी UAPA 1967 की धारा 51A के तहत अमृतसर स्थित उसकी अचल संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया था। SFJ का स्वघोषित सरगना पन्नू विदेश में बैठकर पंजाब और हरियाणा में गड़बड़ी फैलाने की साजिश रचता रहता है। ऐसे में अब यह साफ हो गया है कि रूस-यूक्रेन जंग में भारत की विदेश नीति के चलते अमेरिका और यूरोपीय देशों के इशारे पर इंटरपोल पुलिस संगठन ने पन्नू के खिलाफ वारंट जारी करने से इंकार कर दिया है जो कि भारत के लिए एक बड़ा झटका हैं।

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