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मॉस्को। रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूस के सबसे बुरी खबर सामने आई है,दावा किया जा रहा है कि रूस के वफादार चेचन्या में सिविल वार की आग एक बार फिर से भड़क गई है। यहां पुतिन समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण झड़प हुई है। इस दौरान भीषण गोलीबारी की भी रिपोर्ट सामने आई है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि जहां एक तरफ रूस, यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ अगर चेचन्या में गृह युद्ध शुरू हुआ तो ये व्लादिमीर पुतिन के लिए ये बड़ा सिरदर्द बन सकता है। दरअसल,रूस-यूक्रेन युद्ध में चेचन्या ने रूस की मदद करने के लिए अपने सैनिक यूक्रेन भेजे हुए हैं और प्रदर्शनकारी इसी का विरोध कर रहे हैं।
वहीं इस घटनाक्रम में एक मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस्लामिक गणतंत्र चेचन्या में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी रमजान कादिरोव का शासन है, जो अपनी क्रूरता के लिए जाने जाते हैं। रमजान कादिरोव पर मानवाधिकारों के हनन के साथ ही यूक्रेन में युद्ध के मुखर समर्थक होने का आरोप है।
बता दें कि रमजान कादिरोव ने यूक्रेन में रूस की तरफ से लड़ने के लिए चेचन्या से हजारों सैनिक भेजे हैं, जो फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हैं। हालांकि, चेचन्या में हर कोई युद्ध से खुश नहीं है। चेचन्या में युद्ध का विरोध प्रदर्शनकारी तब से कर रहे हैं जब रमजान कादिरोव ने यूक्रेन में लड़ने के लिए 70,000 चेचन सैनिकों को भेजने की कसम खाई थी।
गौरतलब है कि चेचन्या में बहुत सालों तक सिविल वार छिड़ा रहा,जहां काफी मशक्कत के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस संघर्ष पर काबू पाये, लेकिन यूक्रेन युद्ध में रूस का विरोध कर रहे वर्ग ने पहले तो इस जंग में यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ जंग लड़े अब देश के भीतर भी सिविल वार छेड़ दिया है। ऐसे में यह रूस के लिए एक बड़ा झटका हैं।
