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वाशिंग्टन। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने चौंकाने वाला बड़ा खुलासा किया है। अमेरिका का कहना है कि रुसी कब्जे वाले क्रीमिया में ईरानी सैनिक रूस के सैनिकों को जंग लड़ने की ट्रनिंग दे रहे हैं।
दरअसल,व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करते हुए बड़ा दावा किया है कि ईरानी सैनिकों को रूसी बलों की मदद के लिए क्रीमिया भेजा गया। वो रूसी सैनिकों को ड्रोन चलाना सिखा रहे हैं। इसके बादे से हीं यूक्रेन पर हमले तेज हुए। दरअसल, ईरान ने रूस को कामीकाजे ड्रोन भेजे हैं। बता दे कि 4 दिन पहले इन्हीं ईरानी ड्रोन से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमले किए गए थे।
गौरतलब है कि रूस ने 17 अक्टूबर को ईरान से खरीदे गए कामीकाजे ड्रोन से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला किया था। जहां इस दौरान इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई थी। हमले में इस्तेमाल किए गए कामीकाजे ड्रोन का नाम शाहीद-136 था। इस ड्रोन को ईरान का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। इस ईरानी ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है। इसका वजन 200 किलोग्राम है। इस ड्रोन की रेंज 2500 किलोमीटर है।
इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान के हवाले से यह दावा किया गया कि उनके इंटेलिजेंस नेटवर्क को पता चला है कि ईरान कई हजार ड्रोन रूस को बेचना चाहता है। इनमें कई हथियार लगे होंगे, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन की लड़ाई में किया जा सका है।
