
सांकेतिक तस्वीर।
काेयंबटूर/नई दिल्ली। इसी महीने के 23 अक्टूबर को तमिलनाडु के कोयंबटूर में कार ब्लास्ट में मारे गए आतंकी जेमिशा मुबीन के बारे में बेहद हैरान करने वाला दावा सामने आया है। जिसमें यह खुलासा हुआ है कि विस्फोट में मारा गया यह आतंकी दक्षिण भारत में 5 जगह ब्लास्ट करने वाला था। बता दे कि वह रविवार सुबह कार में लगे सिलेंडर में विस्फोट होने के दौरान मारा गया था।
जहां इस दौरान पुलिस को तलाशी के दौरान उसके घर से 75 किलोग्राम विस्फोटक मिला है। वहीं,CCTV फुटेज की मदद से मारे गए मुबीन के 5 अन्य साथियों को भी UAPA के तहत 15 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
बता दे कि पकड़े गए लोगों के नाम मोहम्मद थलका, मोहम्मद असरुद्दीन, मोहम्मद रियाज, फिरोज इस्माइल और मोहम्मद नवाज हैं। उधर ब्लास्ट के दूसरे दिन तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने भी मामले की जांच NIA से करवाने की सिफारिश की है। हालांकि, इससे पहले ही NIA टीम कोयंबटूर पहुंच चुकी थी।
दरअसल,CCTV फुटेज में खूंखार आतंकी संगठन IS से जुड़े तीन संदिग्धों रियाज, फिरोज और नवाज को मुबीन की कार में 2 सिलेंडर और 3 ड्रम रखते हुए देखा गया था। इतना ही नहीं यही लोग शनिवार रात करीब 11.30 बजे कार में घातक विस्फोटक भी रखा था। चौथे संदिग्ध मोहम्मद थलका ने मुबीन और उसके एक रिश्तेदार को कार दी थी। बता दे कि ये सभी कोयंबटूर के उक्कड़म के पास जीएम नगर के रहने वाले थे।
इसके बाद तलाशी के दौरान पुलिस को मुबीन के घर से 75 किलो पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल और एल्युमीनियम पाउडर भी मिला था। इसके अलावा एक कागज का टुकड़ा भी मिला था, जिसमें कोयंबटूर की 5 जगहों पुलिस कमिश्नरेट, कलेक्ट्रेट, विक्टोरिया हॉल, कोयंबटूर रेलवे स्टेशन और रेस कोर्स के नाम लिखे थे।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक आतंकी इस्माइल को भारत के अनुरोध पर 2020 में UAE से प्रत्यर्पित किया गया था। वहीं थलका का पिता नवाब खान, 1998 के कोयंबटूर सीरियल ब्लास्ट का आरोपी है,जिसमें 58 लोग मारे गए थे। वह प्रतिबंधित अल-उम्मा का सदस्य था। नवाब मार्च में पैरोल पर अपने घर आया था। पुलिस उस वक्त उनसे मिलने वालों का ब्यौरा जुटा रही है।
गौरतलब है कि विस्फोट में मारे गए आतंकी मुबीन से वर्ष 2019 में भी केंद्रीय जांच ऐजेंसी (NIA) पूछताछ कर चुकी थी। मुबीन पर श्रीलंका में ईस्टर संडे पर हुए ब्लास्ट के मास्टरमाइंड मोहम्मद अजहरुद्दीन के करीबी होने का शक था, लेकिन मुकदमा चलाने योग्य सबूतों के अभाव में उस वक्त उसे छोड़ दिया गया था। चूंकि,मुबीन,अजहरुद्दीन जहरान हाशिम का कट्टर अनुयायी था। अजहरुद्दीन त्रिशूर जिले के वियूर सेंट्रल जेल में है। हालांकि,इसी महिने के 18 तारीख को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से स्थानीय पुलिस को संभावित विस्फोट का अलर्ट दिया गया था। फिलहाल, इस पूरे घटनाक्रम के केस को NIA टेक ओवर करके जांच में जुट गई है।
