सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी फौज के नये आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर के आते ही तहरीक-ए-तालिबान ने अपने ऐलान पर अमल करते हुए पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में एक आत्मघाती हमले को अंजाम दिया है। जिसमें दो लोगों के मरने और 24 के घायल होने की रिपोर्ट सामने आई है। वहीं,इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान (टीटीपी) ने ले ली है। बता दे कि यह हमला टीटीपी की ओर से पाकिस्तान सरकार के साथ सीजफायर को खत्म करने के 48 घंटे के भीतर हुआ है।
वहीं,पाकिस्तान के कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि TTP के इस हमले में एक पुलिसकर्मी और एक बच्चे की मौत हुई है। इतना ही नहीं इन घायलों में 20 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उधर,क्वेटा के डीआईजी ने भी बताया है कि क्वेटा के बलेली इलाके में एक पुलिस ट्रक को निशाना बनाकर यह हमला किया गया था। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीम विस्फोट स्थल पर पहुंच गए हैं।
इस बीच सोशल मीडिया पर मरने वालों की संख्या अलग-अलग बताई जा रही है। इसी कड़ी में क्वेटा के डीआईजी अज़फ़र महेसर ने आगे भी कहा कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था और उन्हें घटनास्थल के पास एक आत्मघाती हमलावर के अवशेष भी मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विस्फोट के कारण पुलिस ट्रक पलट गया और खाई में गिर गया। धमाके में पुलिस ट्रक सहित तीन वाहन और आसपास की दो कारें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। डीआईजी ने आगे यह भी साफ किया कि ये ट्रक पोलियो कर्मियों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को लेकर जा रहा था।
मालूम हो कि पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख असीम मुनीर के पद संभालने के 24 घंटे के भीतर टीटीपी ने इस खतरनाक हमलें को अंजाम दिया है। चूंकि,एक दिन पहले हीं TTP ने सीजफायर को खत्म करने का ऐलान किया था और देशभर में हमला करने की चेतावनी भी दी थी। जहां इस चेतावनी के बाद ही क्वेटा में हुए इस हमले से अब साफ हो गया कि टीटीपी पहले से कही अधिक आक्रामक रूप में है। गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार और टीटीपी के बीच इस साल मई में सीजफायर को अनिश्चितकाल तक के लिए बढ़ाने पर सहमति बनी थी। लेकिन, टीटीपी ने अब यह आरोप लगाया कि पाक फौज आये दिन उसे निशाना बना रही है। इसलिए इस सीजफायर को तोड़ते हुए देश भर में बेहद खतरनाक हमलें को अंजाम देने के लिए यह विद्रोही संगठन अब स्वतंत्र हैं।