सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद। पाक फौज के जनरल असिम की मुश्किलें बढ़ती हीं जा रही है। क्योंकि,तालिबान और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) पाक फौज के खिलाफ लगातार भीषण हमलों को अंजाम देने से नहीं चूक रहे हैं। जहां इसी कड़ी में रविवार को पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा में बन्नू छावनी में आतंकवाद निरोधी विभाग (CTD) पर टीटीपी द्वारा एक बार फिर से भीषण हमलें को अंजाम देने की रिपोर्ट सामने आई है।
बताया जा रहा है कि इस टीटीपी के इस खतरनाक हमलें में पाक फौज के कई जवानों और पुलिसकर्मियों की मौत हो गई, जिनकी संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। रिपोर्ट तो यहां तक है कि कई सैनिकों को बंधक भी बना लिया गया है,दावा है कि टीटीपी के विद्रोही लड़ाकों ने बेहद खतरनाक हथियारों से हमला किया, जिसमें हैंड ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर भी शामिल हैं। वहीं,दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि इसी तरह के एक अन्य घटना में दक्षिणी वजीरिस्तान में थाने पर हमले में कम से कम चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है।
उधर, इस हमले को लेकर पाकिस्तानी मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि छह-सात TTP के लड़ाकों ने CTD स्टेशन पर हमला बोल दिया था। यहां कैद किए अपने साथियों को छुड़ाया और 15-20 लोगों को बंधक बना कर इमारत पर कब्जा कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक TTP लड़ाके पूरी तैयारी के साथ आए थे। CTD मुख्यालय के अंदर से TTP सदस्यों ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें बताया गया कि पाकिस्तानी सेना के 9 कर्मियों को बंधक बनाया गया है। इसमें सूबेदार मेजर खुर्शीद अकरम भी शामिल हैं।
बता दे कि इस नवंबर के बाद से हीं टीटीपी और अफगान तालिबान आये दिन पाक फौज और पुलिस पर भीषण हमला कर रहे हैं। ऐसे में पाक फौज के नवागत आर्मी चीफ जनरल आसिम की मुश्किलें बढ़ती हीं जा रही है। बताया जा रहा है कि इन हमलों में अब तक भारी संख्या में पाक फौज के सैनिक और पुलिसकर्मी मारे जा चुके हैं, जिसकी संख्या जानबूझकर छुपायी जा रही है। इतना ही नहीं यह मसला इतना गंभीर हो चला है कि पाकिस्तान कई मौलवियों को काबुल दौरे पर भेजा है जो कि तालिबान के साथ मिलकर इन हमलों को रोकने में मदद करें। वहीं पाकिस्तान सरकार इन हमलों में अपनी नाकामियों को छुपाने और पाकिस्तानी अवाम का ध्यान भटकाने के लिए सोची समझी चाल के तहत भारत के खिलाफ लगातार हेट स्पीच के राजनैतिक बयान दिलवा रही हैं।