
सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली। भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड के फ्रंट पर अरूणाचल प्रदेश में चीन के साथ लगती सीमा के पास से सातवीं गढ़वाल राइफल में तैनात देहरादून के एक जवान को 12 दिन से लापता होने की रिपोर्ट सामने आई है। बता दे कि सैनिक प्रकाश सिंह राणा ठकला चौकी पर तैनात थे। जहां जवान के लापता होने की सूचना बटालियन के अफसरों ने परिजनों को दे दिया है।

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बताते चले कि सैनिक प्रकाश सिंह राणा का परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ का निवासी है। अभी उनका परिवार देहरादून में सैनिक कॉलोनी अंबीवाला में रहता है। बटालियन के अफसरों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनके घर पहुंचकर जवान की पत्नी को हिम्मत रखने की सलाह दी है।
वहीं,जवान की पत्नी ममता राणा ने बताया कि उन्हें 29 मई को उनकी बटालियन के सूबेदार मेजर ने लापता होने की जानकारी दी। परिवार में उनकी पत्नी ममता,10 साल का बेटा अनुज और सात साल की बेटी अनामिका हैं।
गौरतलब है कि लद्दाख के गलवान में 15 जून 2020 को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद चीनी सेना ने भारत के 10 जवानों को बंधक बना लिया था। जहां बाद में इन्हें रिहा कर दिया गया था। जबकि, चीन की विदेश मंत्रालय ने उस समय कहा था कि हमने किसी भारतीय सैनिक को बंधक नहीं बनाया। इसलिए,पिछले 12 दिनों से गायब जवान प्रकाश सिंह राणा के घटनाक्रम में चीनी सेना की साजिश को खारिज नहीं किया जा सकता है। हालांकि भारतीय सेना के सूत्रों का कहना है कि वे चीन से भी संपर्क करने की कोशिश में है ताकि भारतीय जवान की सकुशल रिकवरी हो सके,लेकिन अभी तक चीन की तरफ से ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है जिसमें कि यह दावा हो कि गायब भारतीय जवान उनके कब्जे में है,फिर भी इंडियन आर्मी अभी भी अपने गायब जवान को ढूढने की कोशिश में लगातार सक्रिया है।
